यमकेश्वर ब्लाक के 40 गाँवों ने ‘सहकारी समिती मागथा’ का नौगांव में विलय का किया विरोध
पौड़ी / यमकेश्वर | जहां एक ओर चुनावी वर्ष मे सरकार जन समस्याओं के निराकरण व घोषंणाओं पे घोषणा कर जनता को वोट बैंक के रुप मे ईस्तेमाल कर भूनाना चाह रही है वहीं विकाश के दृष्टीकोंण से राजधानी देहरादून के सबसे पिछडे ब्लाक यमकेश्वर मे सरकार ने एक नया फरमान सुनाया है , सरकार के ताजा आदेश के अनुसार ‘सहकारी समिती मागथा, का विलय नौगांव मे होने जा रहा है जिसका 40 गांव की जनता पर सीधा असर पडेगा जिसके अंतर्गत ग्राम सभा कुमार्था, नैल, घायखाल, पोखरी, गुमाल गांव बडा, तिमली ,पिलखेडी, मागथा ग्राम सभाओं के समस्त ग्रामीण प्रभावित होंगे मागथा सहकारी समिती के नौगांव मे विलय होने से प्रभावित ग्रामीणों को आने जाने मे 80 किमी की दुरी तय करके नौगांव पहुंचना होगा जो कि राजधानी देहरादून के बराबर पडेगा, आज ब्लाक मुख्यालय यमकेश्वर मे क्षेत्र के स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने पहुंचकर विरोध दर्ज किया व सरकार से तुरंत अपने इस आदेश को वापस लेने के लिये सोसायटी सहकारी समिती के सहायक विकास अधिकारी यमकेश्वर रीषीकुल कुमार सैनी को पत्र सौंपते हुये मांग की
ग्रामीणों ने कहा कि अगर सोसायटी समिती द्वारा निर्णय वापस नहीं लिया जाता तो प्रभावित क्षेत्र की जनता व प्रतिनिधि क्षेत्र हित की मांग को लेकर सडकों पर उतरने को बाध्य होंगे आज इस मांग को लेकर बिनोद डबराल ,सुदेश भट्ट , सुमन देवी ग्राम प्रधान ,शकुंतला देवी , समेत नौ गांव सोसायटी समिती के वर्तमान अध्यक्ष दिनेश चौधरी ने भी मागथा का नौगांव मे विलय करने पर विरोध दर्ज कराते हुये आंसिक धरना दिया |