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सीएसडी कैंटीन में उड़ रही हैं नियमों की धज्जियां

सीएसडी कैंटीन पौड़ी में हर दिन बड़ी संख्या में सैनिक व पूर्व सैनिकों के आश्रित सामान लेने पहुंचते हैं, जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है।

ख़ास बात: 

  • सीएसडी कैंटीन में उड़ रही हैं नियमों की धज्जियां
  • सामान लेने आते हैं हजारों लोग
  • नहीं हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
  • कैंटीन प्रबंधन भी झाड़ रहा है पल्ला
  • स्थानीय लोग उठा रहे हैं सवाल

पौड़ी: पौड़ी जिला मुख्यालय में सोसल डिस्टेंसिंग सहित कई अन्य मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सैनिकों और पूर्व सैनिकों की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। बात हो रही है सीएसडी कैंटीन पौड़ी की।

सीएसडी कैंटीन पौड़ी में हर दिन बड़ी संख्या में सैनिक व पूर्व सैनिकों के आश्रित सामान लेने पहुंचते हैं, लेकिन यहां इनके द्वारा कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है।

साथ ही मास्क का उपयोग भी नहीं किया जा रहा है। वहीं इस बारे मे जब कैंटीन प्रबंधन से बात की गई तो वे भी अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखे। कैंटीन प्रबंधन का कहना है कि कई बार शिकायत करने पर भी पुलिस प्रशासन और ज़िला प्रशासन नियमों का पालन कराने में उनकी कोई मदद नहीं कर रही है।वहीँ कैंटीन को बंद कराने का कोई आदेश भीं उनके पास नहीं आया है।

इस बारे में स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशाना खड़े किए हैं, उनका कहना है कि अगर प्रशासन द्वारा कैंटीन प्रबंधक की लिखित शिकायतें पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो प्रधानमंत्री के आह्वान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किस तरह से कराया जा सकेगा?

सवाल सैनिकों पर भी उठता है कि सैनिकों को कब से पुलिस की मदद की जरूरत पड़ने लगी? सैनिकों को तो पुलिस का काम  बांटना चाहिए और कैंटीन में सामान लेने आ रहे लोगों के लिए नियम बनाने चाहियें।