September 5, 2025

Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

पौड़ी | दिव्यांग बेटों की मां ने लगाई मदद की गुहार

अपने दो दिव्यांग बेटों की ज़िम्मेदारी के साथ अब देवेश्वरी देवी ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

 

पौड़ी | पाबौ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले बरशिला गांव की देवेश्वरी देवी की ज़िन्दगी मानो चुनौतियों के इर्द-गिर्द ही घूम रही है। देवेश्वरी के दो दिव्यांग बेटे – हिमांशु ओर यशवंत का सालों बीत जाने के बाद भी अब तक आधार कार्ड नहीं बन पाया है। इन दोनों दिव्यांगों को लेकर उनकी मां देवेश्वरी देवी कई बार सतपुली आधार सेंटर जा चुकी है, मगर न तो सेंटर में इनका फिंगर प्रिंट निकल पा रहा है और ना ही आँखों के नमूने जिसके कारण 20 साल बाद भी यह दोनों दिव्यांगों के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से अछूते ही हैं।

न्यूज़ स्टूडियो विशेष | महाकुम्भ 2021 – कितना तैयार हरिद्वार?

देवेश्वरी का कहना है कि वे कई बार इनको आधार कार्ड बनाने के लिए ले गयीं मगर तकनीकी दिक्कत के कारण इनका आधार कार्ड नहीं बन सका। अपने दो दिव्यांग बेटों की ज़िम्मेदारी के साथ अब देवेश्वरी देवी ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

दिव्यांग भाइयों की बहन लक्ष्मी ने बताया कि वे सरकार से मदद की गुहार करते हैं क्योंकि दिव्यांग योजनाओं का लाभ इन दोनों को नहीं मिल पा रहा है। बच्चों के पिता बीते एक वर्ष से बीमार हैं जिस वजह से वे कुछ कर सकने में असमर्थ है जिसके चलते परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत कमजोर है।

महाकुम्भ 2021 – क्यों है अलग अन्य महाकुम्भों से?

परिवार की ज़िम्मेदारी अपने कन्धों पर उठाये देवेश्वरी देवी अब इन तीनों की देखरेख कर रही है और इनकी आमदनी का साधन भी कुछ नही है। देवेश्वरी बताती हैं कि राशन कार्ड में इनका नाम न होने कारण राशन डीलर भी इन्हें राशन नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण इनके परिवार को खाने की समस्या से भी रूबरू होना पड़ रहा है।

मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने तत्परता के साथ संबंधित अधिकारियों को उनके गांव में जाकर आधार कार्ड बनाने व तमाम योजनाओं का लाभ इन दिव्यांगों को देने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब उम्मीद की जानी चाहिए कि पिछले कई सालों से सरकारी योजनाओं का आधार कार्ड ना होने के कारण लाभ न मिलने से परेशान इस परिवार को आने वाले कुछ दिनों में सभी योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे।

यमकेश्वर | भविष्य के सैनिकों के संकट मोचक बनकर सामने आये सुदेश भट्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *