सिडकुल | चौराहे पर मजदूरों की भीड़ – जन-मानस के लिए जी का जंजाल

रिपोर्ट: अर्चना धींगरा
हरिद्वार | हरिद्वार के बड़े औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में एमकोर कंपनी व एकम्स कंपनी के चौराहे पर दिहाड़ी मजदूरों की सुबह से ही भारी मात्रा में भीड़ खड़ी हो जाती है। इस जगह से कंपनी के ठेकेदार अपनी कंपनी के लिए मजदूरों को मजदूरी के लिए ले कर जाते हैं। इन मजदूरों की भीड़ इतनी संख्या में होती है कि रोड के चारों और इनके सिवा कोई और दिखाई नहीं देता। ये सभी चारों तरफ से रोड को घेर कर खड़े हो जाते हैं जिससे वहां से गुजरने वाले और व्यक्तियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
भीड़ के चलते यहाँ कई बार दुर्घटनाएं भी घट चुकी हैं। आपको बता दें कोविड-19 को देखते हुए इनके द्वारा किसी भी तरह की कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है। न तो इनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग और न ही इनके मुंह पर मास्क दिखाई देता है।
इसके अलावा सुबह-शाम कंपनी से महिला कर्मचारियों को आते-जाते इन मजदूरों के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिला कर्मचारियों के ऊपर इन मजदूरों में से कुछ उपद्रवी तत्त्व अभद्र टिप्पणियां भी करते हैं, जिससे उनका आना-जाना भी सुरक्षित नहीं रह गया है। लोगों को कहना है कि यदि इन मजदूरों से कोई महिलाओं के हित में बात करता है, तो वे उस पर भी हावी हो जाते हैं।
बीच चौराहे पर मजदूरों द्वारा दिन-दहाड़े इस तरह का व्यवहार सालों से लगातार चलता रहा है लेकिन इस पर कोई भी अंकुश लगाने को तैयार नहीं है। मालूम होता है कि शासन-प्रशासन को यहाँ के हालात या तो दिखाई नहीं दे रहे, या फिर वो किसी बड़ी घटना के अंजाम लेने का इंतज़ार कर रहे हैं। अब इसमें देखना यह होगा कि क्या इस पर कोई अंकुश लगा पाता है या अफिर ये सिलसिला यूँ ही जारी रहेगा।