ई-रिक्शा पर सियासत तेज़
देहरादून: राजधानी देहरादून में पिछले 16 दिनों से सरकार की नीतियों के खिलाफ ई-रिक्शा चालक धरने पर बैठे हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अब इसको लेकर सियासत शुरू कर दी है। बीते कुछ दिनों पहले कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। वहीं आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ई-रिक्शा चालकों को समर्थन देते हुए कहा कि राज्य की मौजूदा त्रिवेंद्र सरकार में किसी की भी सुनवाई नहीं हो रही है।
हरीश रावत ने कहा कि सरकार को ई-रिक्शा चालकों की बातों पर ध्यान देना चाहिए। गौरतलब है कि ई-रिक्शा चालक सरकार से मांग कर रहे है कि ई-रिक्शा पर शहर भर मे लगी रोक को वापस ले या तो फिर सरकार उनके बैंक लोन को माफ करवाऐ।
वहीं हरीश रावत ने रामजन्म भूमि ट्रस्ट पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली में चुनाव को देखते हुए 9 सदस्य कमिटी बनाई। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरा देश स्वागत करता है लेकिन बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है। साथ ही हरीश ने कहा कि दिल्ली चुनाव में इस बार बीजेपी की हालत खराब होने वाली है।