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महिला आरक्षी दमयंती नेगी जुटी साइबर क्राइम से लड़ने में

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दमयंती अपने दो छोटे बच्चों को घर पर अकेला छोड़ पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों को साइबर क्राइम व अफवाह से बचाने मे जुटी है। दमयंती वर्ष 2012 में पुलिस में भर्ती हुई थी।

ख़ास बात:

  • पौड़ी पुलिस की सोशल मीडिया सेल में तैनात महिला पुलिस कर्मी दमयंती नेगी
  • साइबर ठगों व अफवाहों से लोगों को बचाने के लिए 24 घंटे रहती हैं सक्रिय 
  • वर्ष 2012 में पुलिस में भर्ती हुई थी
  • अपने दो छोटे बच्चों को घर पर अकेला छोड़ पूरी मुस्तैदी के साथ करती हैं काम

पौड़ी: अफवाहों व साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के लिए एक महिला पुलिसकर्मी मैदान में डटी हुई है। चाहे कोरोना संक्रमण से संबंधित कोई अफवाह हो या साइबर क्राइम का कोई नया तरीका इन सब से लोगों को बचाने के लिए महिला पुलिसकर्मी दमयंती हर समय तत्पर रहती हैं। इस महिला पुलिस कर्मी की नजर से न तो कोई अफवाह और न ही साइबर क्राइम कोई नया तरीका बच पाता है। पौड़ी पुलिस की सोशल मीडिया सेल में तैनात इस महिला पुलिस कर्मी की तत्परता का ही परिणाम है कि जहां लोग साइबर ठगी से बच रहे हैं वहीं अफवाहों से भी दूर हैं।

जनपद के लोगों को अफवाहों व साइबर ठगी के नए-नए तरीकों से बचाने के लिए जनपद के पुलिस मुख्यालय में सोशल मीडिया सेल का गठन किया गया है। यहां तैनात महिला आरक्षी दमयंती नेगी साइबर ठगों व अफवाहों से लोगों को बचाने के लिए 24 घंटे सक्रिय रहती है।

दमयंती वर्ष 2012 में पुलिस में भर्ती हुई थी। दमयंती का कहना है वह स्कूल में पढाई के दौरान साइबर ठगी व अफवाहों को लेकर चिंतित रहती थी। स्कूल के दौरान भी वह लोगों को साइबर ठगी व अफवाहों से बचने के लिए प्रेरित करती थी। दमयंती कहती है कि कई बार सीधे साधे लोग साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं और अपनी जीवन भर की पूंजी गंवा देते हैं। ऐसी घटनाएं सुनकर बड़ा दुख होता है। इसलिए वह पूरा प्रयास करती है कि लोगों को साइबर ठगी के प्रति जागरुक किया जाए। जब भी उसे साइबर ठगों के किसी नए तरीके के बारे में जानकारी मिलती है तो वह लोगों को इसके प्रति जागरुक करने के लिए पूरा प्रयास करती है।

लॉक डाउन के दौरान दमयंती कोरोना संक्रमण को लेकर अफवाहों भी पूरी नजर रखे हुए है। कोई भी अफवाह की जानकारी होने पर वह सोशल मीडिया सेल के माध्यम से लोगों को जागरुक करती है। ड्यूटी के दौरान दमयंती को घर की जिम्मेदारियों से भी दूर रहना पड़ता है। दमयंती अपने दो छोटे बच्चों को घर पर अकेला छोड़ पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों को साइबर क्राइम व अफवाह से बचाने मे जुटी है। दमयंती के पति भी पुलिस में हैं।