भारतीय सांसदों को तिब्बत से जुड़े कार्यक्रम में देख कर व्याकुल हुआ चीन, दूतावास ने पत्र लिखकर जताया ऐतराज
1 min readनई दिल्ली। भारत के कुछ सांसदों ने चीन की दुखती रग पर जैसे हाथ रख दिया हो… देश के सांसदों के तिब्बती सरकार की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना चीन को इस कदर नागवार गुजरा है कि बौखलाहट में उसने इस पर गंभीर चिंता प्रकट की है।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में चीनी दूतावास ने निर्वासित तिब्बती संसद द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लेने वाले सांसदों के एक समूह की भागीदारी पर चिंता व्यक्त करते हुए उनसे तिब्बती स्वतंत्रता के हिमायती बलों को सहायता प्रदान करने से परहेज करने के लिए कहा है।
पिछले हफ्ते केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर समेत कुछ सांसदों ने निर्वासित तिब्बती सरकार की ओर से आयोजित एक रात्रिभोज कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
भारतीय सांसदों के दल में बीजू जनता दल (बीजद) के सांसद सुजीत कुमार, भाजपा सांसद मेनका गांधी, केसी राममूर्ति, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश और मनीष तिवारी शामिल थे। दिल्ली में चीन के दूतावास ने इसे लेकर चिंता जताई है। चीन के पोलिटिकल काउंसलर झोउ योंगशेंग ने एक पत्र में कहा- मैंने देखा है कि आपने तथाकथित ‘तिब्बत के लिए सर्वदलीय भारतीय संसदीय मंच’ द्वारा आयोजित एक गतिविधि में भाग लिया है और तथाकथित ‘निर्वासित तिब्बती संसद’ के कुछ सदस्यों के साथ बातचीत की है।