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श्रावण में मंदिर बंद, मधुशाला पर छूट – कांग्रेस ने किया सरकार के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ

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लेकिन इसे कलयुग का चक्र कहेंगे या प्रदेश आर्थिकी का दर्द कि इस बार मंदिर पर मधुशाला हावी है। लॉक डाउन में जहाँ मंदिरों पर पाबंदी है, वहीं शराब की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। इसी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में कसर नहीं छोड़ रहा है।

 

देहरादून: उत्तराखंड में श्रावण में शिव की धूम रहती है। लेकिन पवित्र श्रावण माह में इस बार पूर्ण लॉकडाउन के चलते देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और नैनीताल में शनिवार-रविवार को मंदिरों में वो रौनक नहीं रही जो हर वर्ष शिव शंभू के भक्तों द्वारा देखने को मिलती है। लेकिन इसे कलयुग का चक्र कहेंगे या प्रदेश आर्थिकी का दर्द कि इस बार मंदिर पर मधुशाला हावी है।

लॉक डाउन में जहाँ मंदिरों पर पाबंदी है, वहीं शराब की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। इसी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में कसर नहीं छोड़ रहा है। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रेम नगर स्थित सनातन धर्म मंदिर में एकत्रित हुए और सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया। पवित्र सावन माह में लॉकडाउन के दौरान भी शराब की दुकानें खुलने के विरोध में युवा कांग्रेस ने हवन किया है।

यूथ कांग्रेस का आरोप है कि जहाँ एक और सरकार की गाईड लाइन के चलते शनिवार, रविवार को किसी भी धार्मिक स्थान पर नहीं जा सकते वहीं इसके विपरीत शराब के ठेके में जाने में कोई रोक-टोक नही है। यूथ कांग्रेस ने इसे सरकार की बड़ी नाकामी और जनता की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया है। मंदिर में सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए मंत्रों का उच्चारण भी किया गया।