हरिद्वार | मायादेवी मंदिर में कुछ यूँ किया गया बीते साल को विदा
मायादेवी मंदिर में इस दौरान भजन संध्या का आयोजन किया गया और हनुमान चालीसा कर पुराने साल को अलविदा कहा गया।
मायादेवी मंदिर में इस दौरान भजन संध्या का आयोजन किया गया और हनुमान चालीसा कर पुराने साल को अलविदा कहा गया।
इस वर्ष देव दीपावली पर ‘ना भूतो ना भविष्यति’ स्तर के ग्रैंड शो का आयोजन किया जाएगा।
पुराणों में भी इस बात का उल्लेख है कि जो भी मनुष्य अष्टमी, नवमी और चंडी चौदस को यहाँ पहुंच कर माता की आराधना करता है उसे मन वांछित फल की प्राप्ति होती है।
मनसा देवी ट्रस्ट की ओर से इस स्थल को भव्य रूप से विकसित किया गया है।
माँ भगवती के आशीष से श्री राम ने की थी विजय प्राप्त।
कन्या पूजन करने से मिलता है पूर्ण नवरात्रों का फल।
माँ कालरात्रि का रूप अन्य रूपों से अत्यंत भयानक है।
नवदुर्गा के छठे स्वरूप में होती है माँ कात्यायनी की।
शिवालिक पर्वत पर स्वतः प्रकट माँ मनसा देवी पूज्य है।
अगर पितृ पक्ष के इन दिनों में कोई अपने पितृगणों का श्राद्ध-तर्पण करने से चूक गया हो तो वो पितृ-अमावस्या के दिन श्राद्ध-तर्पण कर सकता है।
मंदिर के महंत ने बताया कि कोरोना के इस दौर में जहां कोरोना का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में मंदिरों के खोलने का सरकार द्वारा लिया गया निर्णय जल्दबाजी ही है।
ख़ास बात: प्रात: 6 बजकर 10 मिनट पर मेष लग्न में खुले कपाट प्रथम पूजा…