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उत्तराखंड में फिर से आया कोविड संक्रमण में उछाल, 24 घंटे में मिले 2127 नए मामले

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उत्तराखंड में फिर से तेजी से फ़ाल रहा है कोरोना

देहरादून| दो दिन की राहत के बाद मंगलवार को फिर कोरोना के मामलों में जबर्दस्त उछाल दर्ज किया गया। 24 घंटे के भीतर प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई।

ताजा मामलों में सर्वाधिक 991 देहरादून के हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामलों में सर्वाधिक देहरादून में 991, नैनीताल में 451 और हरिद्वार में 259 मामले शामिल हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा में 43, बागेश्वर में चार, चमोली में 25, चंपावत में 26, पौड़ी में 48, पिथौरागढ़ में 30, रुद्रप्रयाग में 13, टिहरी में 35, ऊधमसिंह नगर में 189 और उत्तरकाशी में 13 नए मामले हैं। वहीं, राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु हो गई।

प्रदेश में एक्टिव केस छह हजार पार-अब प्रदेश में कोविड के 6603 एक्टिव केस हैं, जिनमें सर्वाधिक 2166 केस देहरादून के हैं। एक्टिव केस में नैनीताल के 1606, हरिद्वार के 1420, अल्मोड़ा के 121, बागेश्वर के 40, चमोली के 92, चंपावत के 98, पौड़ी के 151, पिथौरागढ़ में 145, रुद्रप्रयाग के 35, टिहरी के 75, ऊधमसिंह नगर के 623 और उत्तरकाशी के 31 मामले शामिल हैं।

दून अस्पताल के सभी कर्मियों 24 घंटे में हो आरटीपीसीआर जांच-

दून समेत पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। दून अस्पताल में बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टर, पैरामेडिकल और स्टाफ नर्स के कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर आरटीपीसीआर जांच सुनिश्चित करने का आदेश दिए गए हैं।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्षों, सीनियर रेजिडेंट के अलावा दून अस्पताल के सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारियों को आदेश जारी किया है कि वे 24 घंटे के भीतर अपना आरटीपीसीआर जांच कराएं। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कौन विशेषज्ञ डॉक्टर, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। जो भी कोरोना संक्रमित हैं वे खुद को आइसोलेट करने के साथ ही अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज कराएं।
कोरोना संक्रमण बढ़ने से अस्पतालों में मरीजों की जांच व इलाज करने वाले डॉक्टर, पैरामेडिकल और स्टाफ नर्स कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। जो डॉक्टर, कर्मचारी, पैरामेडिकल कोरोना संक्रमित हैं उनमें से ज्यादातर मरीजों में संक्रमण का कोई खास लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है।