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बड़ी खबर | श्रृंगार गौरी विवाद | कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर में शुरू हुआ सर्वे

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डीएम बोले माहौल बिगाड़ा तो लेंगे सख्‍त एक्‍शन।

श्रृंगार गौरी विवाद | कड़ी सुरक्षा के ज्ञानवापी परिसर में शुरू हुआ सर्वेवाराणसी । उत्तर प्रदेश में वाराणसी स्थित बहुचर्चित ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर वीडियोग्राफी सर्वे का काम शनिवार से शुरू हो गया है। कोर्ट कमिश्नर सहित सभी पक्ष मस्जिद परिसर के अंदर चले गए हैं। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर से पहले करीब 800 मीटर की दूरी पर थाना चौक के पास सभी लोगों को रोक दिया गया है। यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। वाराणसी कोर्ट ने किसी भी हालत में सर्वे न रोकने के निर्देश दिए हैं। वाराणसी के जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि अगर कोई बाधा उत्पन्न करता है तो उसके खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए।

वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी सर्वे के मामले में मुख्यवादी राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि सर्वे का काम दो से तीन दिन चल सकता है। कार्रवाई नहीं पूरी हुई तो कोर्ट से अनुमति लेकर 17 तारीख को भी करेंगे सर्वे। काशी विश्वनाथ मंदिर से पहलेकरीब 800 मीटर की दूरी पर थाना चौक के पास सभी लोगों को रोक दिया गया है।
यहां बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स तैनात की गई है। कोर्ट कमिश्नर सहित सभी पक्ष अंदर चले गए हैं। वाराणसी कोर्ट ने किसी भी हालत में सर्वे की कार्रवाई न रोकने के निर्देश दिए हैं। ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के लिए सभी पक्ष परिसर पहुंच चुके हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 पर बैरिकेडिंग लगाकर आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। यहां 8 बजे से 12 बजे के बीच सर्वे होना है।

उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी मस्जिद की रखरखावकर्ता संस्था ‘अंजुमन इंतजामिया मसाजिद’ के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा हमने सिविल जज रवि कुमार दिवाकर की अदालत द्वारा गुरुवार को पारित आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। न्यायालय ने कहा है कि वह इस पर कोई आदेश देने से पहले सभी फाइलें देखेगा। अगर वह इस मामले पर कोई आदेश नहीं देता है, तो हम हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं।

उन्होंने कहा तब तक हम जिला अदालत द्वारा दिए गए आदेश के पालन में सहयोग करेंगे। वाराणसी कोर्ट ने मस्जिद के चप्पे-चप्पे की वीडियोग्राफी करने के आदेश देने के साथ ही दोनों तहखानों को खोलकर उसकी भी वीडियोग्राफी करने का आदेश दिया था। इस दौरान तीनों अधिवक्ता आयुक्त के साथ दोनों पक्षों के पांच-पांच अधिवक्ता और एक सहायक के अलावा वीडियोग्राफी टीम वहां मौजूद है।