December 21, 2024

Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

कांग्रेस का अध्यक्ष सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक: राहुल गाँधी

कांग्रेस का अध्यक्ष सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि विश्वास का प्रतीक: राहुल गाँधी

नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 24 सितंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इस बीच अध्यक्ष पद की रेस में शामिल नेताओं को राहुल गांधी ने बड़ी सलाह दी है।

Video | बद्रीनाथ धाम में मौसम की पहली बर्फबारी ने पहाड़ों पर बढ़ाई सर्दी

भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस का अध्यक्ष होना सिर्फ एक पद नहीं है बल्कि यह विश्वास का प्रतीक है। यह भारत के विजन का प्रतिनिधित्व करता है। राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा:

कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में उतरने वाले लोगों को मेरी सलाह है कि आप जिस पद को हासिल करने जा रहा है, वह ऐतिहासिक है और भारत के एक विचार का प्रतिनिधित्व करता है। यह महज एक संगठन का पद नहीं है बल्कि वैचारिक पद है, जो एक विश्वास का प्रतिनिधत्व करता है।

इस दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं, जिसने देश के संस्थानों को कब्जा लिया है। उनके पास अकूत दौलत है और वे खरीद सकते हैं। लोगों पर दबाव डाल सकते हैं और उन्हें धमका सकते हैं। इसका परिणाम आपने गोवा जैसे राज्य में भी देखा है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। शेड्यूल के मुताबिक कोई भी नेता चुनाव में उतरने के लिए 24 से 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल कर सकता है। इसके अलावा नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर रहेगी।

अध्यक्ष पद के लिए एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में 17 अक्टूबर को सभी राज्यों में चुनाव होगा। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि वोट डालेंगे। 19 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी और रिजल्ट का ऐलान किया जाएगा। बता दें कि अब तक अशोक गहलोत, शशि थरूर, दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के नाम अध्यक्ष पद की रेस के लिए चर्चा में हैं। इसके अलावा मनीष तिवारी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम भी चर्चा में हैं। हालांकि इनमें से किसी भी नेता ने चुनाव में उतरने को लेकर कुछ कहा नहीं है। दिग्विजय सिंह तो आज सोनिया गांधी से मिलने के लिए दिल्ली भी पहुंचे हैं।