दिल्ली, यूपी सहित कई राज्यों में सोमवार से खुलेंगे प्राथमिक स्कूल
नई दिल्ली । देश में महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप की तीसरी लहर की रफ्तार कम होने के चलते फरवरी के अंत तक राजधानी दिल्ली सहित देश के अधिकांश राज्यों में प्राथमिक स्कूलों को खोलने का फैसला ले लिया गया है। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों के गेट अब बच्चों का स्वागत करने की तैयारी में हैं। कई राज्यों में सोमवार, 14 फरवरी से ही सभी कक्षाओं की पढ़ाई आफलाइन माध्यम से शुरू हो रहीं हैं। प्रशासन के इस फैसले से न सिर्फ स्कूल संचालकों को राहत मिलेगी बल्कि बच्चों को भी बंद कमरे से खुले आसमान का खुशनुमा माहौल मिलेगा।
दिल्ली में 15 फरवरी से नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के स्कूल भी खुल जाएंगे। पिछले सप्ताह यहां 9वीं से 12वीं कक्षा तक ही स्कूल खोले गए। इस बीच स्कूलों को संचालन सख्त गाइडलाइन के साथ किया जा रहा है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अनुमति के बाद दिल्ली शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता की ओर से सर्कुलर जारी किया जा चुका है। इसमें स्कूलों के संचालन के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। इसके तहत स्कूल प्रबंधन को सुनिश्चित करना है कि हर हाल में कोविड प्रोटोकाल को लागू करें।
14 फरवरी, सोमवार से उत्तर प्रदेश में नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल खुल जाएंगे। अब विद्यार्थियों को भौतिक रूप से कक्षाओं में पढ़ने आना होगा। आनलाइन कक्षाएं नहीं चलेंगी। मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट तक के माध्यमिक स्कूल, विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों को खोलने का फैसला लिया गया था।
चंडीगढ़ में 14 फरवरी से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल पूरी क्षमता के साथ खुल जाएंगे। वीरवार को कोविड वॉर रूम मीटिंग में प्रशासक बनवारी लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। इसके बाद डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन डॉ. पालिका अरोड़ा ने स्कूलों को खोलने के लिए नियम जारी किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन द्वारा जारी निर्देश के अनुसार स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स के पास अभिभावक की लिखित अनुमति होनी अनिवार्य है। स्कूल गेट पर एंट्री के समय स्टूडेंट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
ओडिशा में 14 फरवरी से प्राइवेट प्री स्कूल खुल जाएंगे। प्ले, नर्सरी एवं केजी सभी बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए जाएंगे। इस संदर्भ में राज्य स्कूल एवं जनशिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव विष्णुपद सेठी ने सभी जिला के शिक्षा अधिकारी, जिलाधीश को पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है। प्रमुख सचिव ने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि सभी स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा। शिक्षक एवं गैरशिक्षक स्टाफ को भी कोरोना टीका के दोनों डोज लेना अनिवार्य होगा। बीते गुरुवार को ही हरियाणा के स्कूलों में सभी कक्षाओं की पढ़ाई आफलाइन शुरू कर दी गई है। हालांकि सभी बच्चे स्कूलों में नहीं पहुंचे। कोरोना को लेकर अभी भी चिंता बरकरार है। इससे पहले बड़ी कक्षाओं के लिए ही स्कूल खोले गए थे, मगर आज से सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है। कक्षा पहली से नौवीं तक की कक्षाओं को सैनिटाइज किया गया और बच्चों को महामारी अलर्ट के तहत जारी गाइड लाइन दिए गए।
उत्तराखंड के प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के अनुसार बीते सोमवार, 7 फरवरी से शुरू हुई पहली से नौवीं तक की कक्षाओं में छात्रों की संख्या करीब 40 प्रतिशत रही। निजी स्कूलों में यह संख्या और भी कम रही। शासनादेश के अनुसार, किसी भी स्कूल में मिड-डे मील नहीं बनाया गया। छात्र-छात्राओं को विद्यालय के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर का प्रयोग व मास्क लगाने पर ही प्रवेश दिया गया। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में 21 फरवरी से हायर सेकेंडरी स्कूल व कालेज खोलने की तैयारी है।
शिक्षा विभाग ने 21 फरवरी से स्कूल खोलने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। आपदा प्रबंधन विभाग की राज्य कार्यकारी समिति इस पर फैसला लेगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्कूलों के बंद होने से बच्चों के शिक्षा प्रभावित होने पर चिंता जताई और कहा कि दो साल से शिक्षा को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भरपूर कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्कूल खोलने के लिए संबंधित डिप्टी कमिश्नर से रिपोर्ट ली गई है। हालात सामान्य होने पर कुछ समय के लिए बीच में 10वीं व 12वीं कक्षा के लिए पचास प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खोले गए थे। कालेज भी खुले थे लेकिन कोरोना के मामलों के बढ़ने पर फिर बंद कर दिया गया था।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी के बीच अब बंगाल सरकार राज्य में जल्द प्राथमिक स्कूलों को भी खोलने की तैयारी कर रही है। हाल में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि यदि कोविड की समस्या नहीं होगी, तो शुरूआत में प्राथमिक स्कूलों को 50 फीसद क्षमता के साथ खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला स्कूल प्रबंधन से बातचीत कर जाएगा। बता दें कि बंगाल में आठवीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल इसी तीन फरवरी से खोले जा चुके हैं। इसके अलावा पांचवीं से लेकर सातवीं कक्षा तक पाड़ाय शिक्षालय (मोहल्ले में कक्षाएं) में बच्चों की पढ़ाई शुरू हुई है।