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खुर्शीद की किताब पर रोक लगाने के लिए दिल्ली की अदालत में याचिका दाखिल

खुर्शीद की किताब पर रोक लगाने के लिए दिल्ली की अदालत में याचिका दाखिल

नई दिल्ली| पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की किताब के प्रकाशन, प्रसार और बिक्री पर रोक लगाने के लिए दिल्ली की एक अदालत में याचिका दाखिल की गई है। याचिका में शिकायतकर्ता के वकील ने कहा गया है कि सलमान खुर्शीद की हाल ही में प्रकाशित किताब समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं को आहत करती है। यह याचिका दक्षिणपंथी समूह ‘हिंदू सेना’ के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दाखिल की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खुर्शीद ने अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम्स’ में हिंदुत्व के उग्र स्वरूप की तुलना आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी आतंकी समूहों से की है, इसके बाद विवाद शुरू हो गया है।

विष्णु गुप्ता के वकील अक्षय अग्रवाल और सुशांत प्रकाश ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पुस्तक के विमोचन का उद्देश्य अल्पसंख्यकों का ध्रुवीकरण और वोट हासिल करना है। याचिका में पुस्तक के प्रकाशन, वितरण, प्रसार और बिक्री के खिलाफ रोक लगाने और इसे ‘समाज और देश के व्यापक हित में’ प्रतिबंधित भी करने का अनुरोध किया गया है। ‘हिंदू सेना’ ने किताब पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करते हुए आरोप लगाया है कि खुर्शीद की टिप्पणी सामाजिक अखंडता को नुकसान पहुंचाने वाली और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में ‘हिंदू सेना’ के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि पुस्तक में की गई तुलना हिंदू धर्म को बदनाम करने का एक प्रयास है।