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नेशनल एमएमए चैंपियनशिप में पहाड़ी पॉवर की धाक उदय प्रताप सिंह ने जीता गोल्ड

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नेशनल MMA चैंपियनशिप में पहाड़ी पॉवर की धाक उदय प्रताप सिंह ने जीता गोल्ड

 

रुद्रप्रयाग| एमएमए यानी मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फाइट एक उभरता हुआ खेल है जो युवाओं में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इस खेल में शारीरिक दम-खम के साथ ही विरोधी फाइटर के दांव-पेंच समझने के लिए दिमाग भी तेज चाहिए। अच्छी बात ये है कि उत्तराखंड के पहाड़ी लड़के अपने दमदार पंच और किक से विरोधियों को पस्त किये हुए हैं।

रुद्रप्रयाग के अंगद बिष्ट पहले ही MMA में पहाड़ी पॉवर की धाक जमा चुके हैं और कई बड़े फाइटरों को चारों खाने चित कर चुके हैं। अब रुद्रप्रयाग के ही उदय प्रताप सिंह इस खेल में झंडे गाढ़ रहे हैं।

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ग्राम कुमोली मालकोटी के उदय प्रताप सिंह बर्त्वाल ने में स्वर्ण पदक जीता है। उदय प्रताप ने प्रतियोगिता के सीनियर मिडिल वेट डिविजन में तमिलनाडु, हैदराबाद,और महाराष्ट्र के धाकड़ MMA प्लेयर्स को पराजित करते हुए गोल्ड मेडल अर्जित किया।

उदय प्रताप सिंह बर्त्वाल रुद्रप्रयाग जिले के कुमोली मालकोटी गांव के रहने वाले हैं। उनकी माता लीला बर्त्वाल हैं और पिता का नाम गंभीर सिंह बर्त्वाल है जो कोमोली मालकोटी ग्रामसभा के ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं। उदय की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा कक्षा 6 तक रुद्रप्रयाग के सरस्वती शिशु मंदिर में हुई, जिसके बाद आगे की शिक्षा के लिए वो भोपाल, मध्यप्रदेश चले गए।

भोपाल में ही उन्होंने सबसे पहले कुंग्फु-कराटे सीखना शुरू किया। वहीं उन्होंने अपनी जिंदगी के लिए नई राह तलाशी। भोपाल की साइंस एकेडमी धार से उदय ने 12वीं पास की, और वहीं ट्रेनिंग करते रहे। इसके बाद उदय वापस उत्तराखंड लौट आये। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में ही करियर बनाने के लिए महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून में एडमिशन लिया और यहीं से BPES (Bachelor in Physical Education and Sports) में ग्रेजुएशन कर चुके हैं।

उदय के कोच लक्ष्मण सिंह हैं जो एशियाई खेलों में पदक विजेता हैं, इनके अंडर ही वो रुद्रपुर में ट्रेनिंग कर रहे हैं। MMA के रिंग में विरोधियों की धज्जियां उड़ा देने वाले उदय प्रताप सिंह के पिता अभी भी यही चाहते हैं कि बेटा फ़ौज में जाए। पिता कहते हैं कि बचपन से ही उदय को बचपन से ही फाइटिंग का शौक था।