February 4, 2025

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सरल और संक्षिप्त

हरिद्वार | निर्मल अखाड़ा पंचायती के संत दो धड़ो में बटे

एक करोड़ रुपए की धनराशि मिलने के बाद निर्मल पंचायती अखाड़ा  में संतो की आपसी जंग भी सामने आ रही है।
 
हरिद्वार | हरिद्वार में मेला प्रशासन की ओर से सभी अखाड़ों को निर्माण कार्य और सौंदर्यीकरण कराने के लिए एक करोड़ रुपए की धनराशि दी गई है। इस धनराशि के मिलने के बाद निर्मल पंचायती अखाड़ा  में संतो की आपसी जंग भी सामने आ रही है। आज निर्मल अखाड़े के संतो के दो दलों ने एक दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए।
पंजाब से हरिद्वार पहुंचे संतो के एक धड़े ने निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए महंत ज्ञानदेव सिंह पर अखाड़ों की संपत्ति खुर्दबुर्द करने और मेला प्रशासन की ओर से मिली धनराशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। पंजाब से आए संतों का कहना है कि श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है और वे अखाड़ों की संपत्ति को खुर्दबुर्द कर रहे हैं।
वहीं आरोपों पर पलटवार करते हुए कनखल स्थित निर्मल अखाड़ा पंचायती में संतो ने पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाने वाले संतों को ही फर्जी संत बताया। उन्होंने कहा कि पंजाब के कुछ लोग संतों का भेष भरकर अखाड़े और अध्यक्ष ज्ञानदेव महाराज की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। इनके खिलाफ पहले भी कोर्ट में केस दर्ज करवाया गया है। निर्मल अखाड़ा आगे भी इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।
गौरतलब है कि कनखल के निर्मल अखाड़े में संतो का संपत्ति और पद को लेकर विवाद पहले भी सामने आ चुका है। कुंभ मेले की शुरुआत में एक प्रमुख अखाड़े में संतों का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप मेला प्रशासन के लिए भी चुनौती बन सकता है।