सितारगंज | ‘व्यापारियों को उजाड़ने की नगर पालिका की नहीं कोई मंशा’
सितारगंज, ऊधम सिंह नगर | सितारगंज के मीना बाजार में सोमवार से पीडब्ल्यूडी विभाग, राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा है जिसका नगरपालिका अध्यक्ष हरीश दुबे व पूर्व विधायक नारायण पाल ने अपने-अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुँच कर पुरजोर विरोध किया था।
इस मामले में नगरपालिका सितारगंज अध्यक्ष हरीश दुबे ने अपने कार्यालय में एक प्रेसवार्ता कर बताया कि कुछ सत्ता के प्रतिनिधियों द्वारा भ्रामक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है कि अतिक्रमण हटाने में नगरपालिका द्वारा सहमति दी गयी है और उपजिलाधिकारी महोदय को नगरपालिका द्वारा दिए गए पत्र को भ्रमित करने के उद्देश्य से व्यापारियों में बाँटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नगरपालिका बोर्ड की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि व्यापारियों को उजाड़ा जाए। जबकि नगरपालिका ई०ओ० द्वारा उपजिलाधिकारी को दिये गए लेटर में साफ किया गया था कि नगरपालिका बोर्ड की सहमति के बगैर दूसरे विभाग के स्वामित्व वाली भूमि के अतिक्रमण हटाने में सहयोग नहीं कर सकती।
साथ ही उन्होंने मांग की कि उपजिलाधिकारी महोदय के कार्यालय से नगरपालिका के पत्र की कापी आखिर किस मंशा से किस अधिकारी के कहने पर व्यापारियों के बीच बाँटी जा रही है उसकी भी जांच होनी चाहिए।
इधर व्यापार मंडल अध्यक्ष व भाजपा नेता संजय गोयल ने मीना बाजार में पहुँच कर फड़-खोखे वाले गरीब व्यापारियों के उजड़ने का विरोध करते हुए क्रमिक अनशन पर बैठ गए। उन्होंने सरकार से मांग की कि नगरपालिका के आगे व बस अड्डे के साथ लगती हुई तालाब की खाली पड़ी भूमि पर इनको दुकाने आवंटित कर दी जाये जिससे इनकी रोजी रोटी चल सके।
साथ ही उनका कहना था कि अगर बस अड्डे को तालाब की भूमि आवंटित हो सकती है तो इन गरीब फड़, खोखे वाले मझले व्यापारियों को तालाब की भूमि क्यो नही आवंटित हो सकती है। जब तक सरकार इन उजड़े हुए व्यापारियों को भूमि आवंटित नही करती तब तक यह क्रमिक अनशन चलता रहेगा। इस मौके पर मीना बाजार में पीडब्ल्यूडी विभाग व राजस्व विभाग तथा भारी पुलिस बल तैनात रहा।