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जोशीमठ से राहत भरी खबर, नरभक्षी गुलदार पिंजरे में क़ैद

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यह 11 साल का बताया जा रहा है। गुलदार को अब हरिद्वार के रेसक्यू सेन्टर भेजा जायेगा।

ख़ास बात:

  • विष्णुप्रयाग के पास नरभक्षी गुलदार पिंजरे में कैद
  • नरभक्षी गुलदार बना चुका था 2 लोगों को निवाला
  • विष्णुप्रयाग घाटी में बना था आतंक का पर्याय
  • वन विभाग सहित ग्रामीणों ने ली राहत की सास

जोशीमठ | बीते एक माह से जोशीमठ क्षेत्र के गोविन्द घाट रेंज में बलदौड़ा क्षेत्र और पैंका गाँव में आतंक का पर्याय बना नरभक्षी गुलदार आखिरकार वन विभाग की कैद में आ गया है। गुलदार के पिंजरे में कैद होने से वन विभाग और ग्रामीणों ने राहत की साँस ली है।

कड़ी मेहनत के बाद ग्रामीणों और वन विभाग कर्मियों द्वारा इस नरभक्षी गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया है। बता दें कि इस की दहशत के चलते ग्रामीणों का बाहर निकलना मुश्किल हो रखा था। विष्णुप्रयाग और बलदौड़ा के आसपास इसका भारी आतंक मचा हुआ था।

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यह गुलदार अब तक दो लोगों को अपना निवाला बना चुका है, और कई लोगो को घायल कर चुका है। यही नहीं वन विभाग के एक अधिकारी कल पैका गाँव मेँ मौक़े पर पहुँचे थे जहाँ इसके हमले से वो भी बाल-बाल बचे।

आपको बता दें कि इस बाघ को लंबे समय से पकड़ने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन यह वन विभाग के कैद में नही आ पा रहा था। सोमवार को वन विभाग ने पिंजड़ा लगाकर पिंजरे में बकरी को रखा और आज सुबह गुलदार पिंजरे में आ गया। यह 11 साल का बताया जा रहा है। गुलदार को अब हरिद्वार के रेसक्यू सेन्टर भेजा जायेगा।