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सैन्यधाम का शिलान्यास: राजनाथ सिंह ने शहीदों की मिट्टी पर अर्पित की पुष्पांजलि

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सैन्यधाम का शिलान्यास: राजनाथ सिंह ने शहीदों की मिट्टी पर अर्पित की पुष्पांजलि

 

देहरादून| राजनाथ सिंह उत्तराखंड में पांचवें धाम के रूप में बनने वाले सैन्यधाम का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिलान्यास किया। यहां उन्होंने शहीदों की मिट्टी पर पुष्पांजलि अर्पित की। जनता को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार साल पहले पांचवें धाम की बात कही थी। राज्य सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि सैन्य धाम का निर्माण जल्द से जल्द पूरा होगा।

राजनाथ सिंह बोले, हर हिस्से में सुनाई देते हैं वीरता के किस्से 

राजनाथ सिंह ने कहा, उत्तराखंड वीरों की और शौर्य-पराक्रम की भूमि है। राज्य के किसी भी हिस्से में चले जाइये वीरता के किस्से सुनाई देते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी सैन्यधाम आएगा, यहां से प्रेरणा लेकर जाएगा। इस दौरान उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को भी याद किया। बता दें कि यहीं शहीद सम्मान यात्रा का भी समापन होगा। कार्यक्रम में 204 शहीदों के स्वजन व वीर नारियों को सम्मानित किया जाएगा। सैन्यधाम के मुख्य द्वार का नाम सीडीएस स्व. जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है।

हम शहीदों का कर्ज कभी नहीं चुका सकते

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि केंद्र सरकार ने सैनिकों का मनोबाल बढ़ाने का काम किया है। सेना के सशक्तिकरण की रक्षामंत्री की जो दूरदृष्टि है, उसका आगे भी अनुसरण किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को याद किया। कहा, उत्तराखंड से उन्हें गहरा लगाव था। उनके राज्य को लेकर कई सपने थे, जो अब राज्य सरकार पूरा करेगी। यह स्थान युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित करेगा। कई पीढियां यहां शहीदों की वीर गाथा से रूबरू होती रहेगी।

सीएम धामी ने कहा कि सैनिकों का सम्मान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सैन्य धाम को पूर्ण मनोयोग से बनाया जाएगा। सैनिकों का सम्मान ही हमारा सम्मान है। मोदी सरकार ने सेना को छूट दी है। आज गोली का जवाब गोली से दिया जाता है। सेना को सशक्त बनाया जा रहा है। हम शहीदों का कर्ज कभी नहीं चुका सकते।

सैन्यधाम एक एतिहासिक पहल

रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि देश शहीदों का ऋणी है। सैन्य धाम एक ऐतिहासिक पहल है। देश-दुनिया के लोग इसे देखने आएंगे। आज प्रधानमंत्री की अगुआई में देश एक मजबूत शक्ति बनकर उभरा है। जमीन पर, नभ और जल में दुश्मन भारत की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकता। हम रक्षा उत्पाद में आत्मनिर्भर बन रहे हैं। सेना के साजोसामान निर्यात करने वाले टाप-25 में आ गए हैं।