जनसंवाद रैली | 20 वर्ष में बनाई उत्तराखंड ने अलग पहचान: राजनाथ
देहरादून: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उत्तराखंड में ‘जनसंवाद रैली’ को संबोधित किया। इस वर्चुअल रैली में रक्षा मंत्री ने कहा कि अपने गठन के बीस वर्ष के भीतर ही उत्तराखंड ने अपनी अलग पहचान बनायी है। पिछले तीन वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देशन और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की देख रेख में बहुत काम हुआ है।
- ‘गौरा देवी कन्या धन योजना’ त्रिवेंद्र सरकार की बेहतरीन योजना
- प्रवासियों के लिए भी त्रिवेंद्र सरकार बेहतर कार्य कर रहे हैं
- इंवेस्टर्स समिट से उत्तराखंड की प्रगति में तेजी आएगी
- हरिद्वार से ऋषिकेश तक मेट्रो चलाने की उत्तराखंड सरकार ने अनुमति दी है
- भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर त्रिवेंद्र सरकार कार्य कर रहे हैं
- ‘अटल आयुषमान उत्तराखंड योजना’ से लोगों को काफी लाभ हो रहा है
- मानसरोवर यात्रा के लिए लिपुलेख तक लिंक रोड का निर्माण किया है
- नेपाल के साथ भारत के सामाजिक, भौगोलिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्ते हैं
- भारत और नेपाल का रिश्ता नहीं टूट सकता
- नेपाल के साथ भारत का रोटी और बेटी का रिश्ता है
- नेपाल के साथ बातचीत के माध्यम से समाधान निकाला जाएगा
उत्तराखंड के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आज संवाद करने का अवसर मिला। अपने गठन के बीस वर्ष के भीतर ही उत्तराखंड ने अपनी अलग पहचान बनायी है।
पिछले तीन वर्षों में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के दिशा निर्देशन और मुख्यमंत्री श्री @tsrawatbjp की देख रेख में बहुत काम हुआ है।@BJP4UK pic.twitter.com/jCJpS5LZyc
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
पहले मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए तीर्थ यात्री सिक्किम के नाथूला से यात्रा का रूट लेते थे मगर पिछले दिनों सीमा सड़क संगठन (BRO) ने धरचूला-लिपुलेख तक लिंक रोड का निर्माण करके मानसरोवर यात्रा करने का एक नया रास्ता दे दिया है। इससे मानसरोवर तीर्थयात्रियों को बहुत सुविधा होगी। pic.twitter.com/EV8mUAAyPX
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
हमारे पड़ोसी देश नेपाल में इस सड़क को लेकर कुछ गलतफहमियां पैदा हुई हैं। भारत और नेपाल के बीच का जो रिश्ता है ये कोई सामान्य रिश्ता नहीं है। भारत और नेपाल का रिश्ता रोटी और बेटी का है। pic.twitter.com/99EeTaXvlW
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
नेपाल के साथ हमारे केवल सामाजिक, भौगोलिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्ते ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक रिश्ते भी हैं।
भारत नेपाल सीमा को लेकर जो एक भ्रम की स्थिति बनी है उसको मिल बैठ कर बातचीत के माध्यम हल कर लेंगे।
नेपाल के लोगों के प्रति भारत में कभी कटुता नहीं रही है।
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
बाबा पशुपतिनाथ को हम कैसे भूल सकते हैं।बाबा पशुपतिनाथ हों या चाहे हमारे भारत में काशी विश्वनाथ, सोमनाथ इन सबको अमरनाथ से अलग कोई कैसे कर सकता है?
यह सम्बन्ध तो इस लोक का नही है बल्कि मैं यह मानता हूं कि यह संबंध दूसरे लोक का है, जो चाह कर भी कोई इसे बदल नहीं सकता है। pic.twitter.com/cz9B9V1XMH
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महाकाली तो कोलकाता में कामाख्या में और विंध्याचल में सब जगह विद्यमान हैं और महाकाली के भक्त तो उत्तराखंड के गांव-गांव में मिल जाते हैं तो कैसे भारत और नेपाल का रिश्ता यह टूट सकता है।
इसलिए धारचूला के आगे कितनी भी तारें लगा दी जाएं, इन संबंधों को बहनों भाइयों काटा नहीं जा सकता।
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
मोदीजी ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि भारत सिर्फ आयात करने वाला देश नहीं होना चाहिए, बल्कि बड़ा निर्यातक देश भी बनना चाहिए।
रक्षा के क्षेत्र में पहले केवल 100-150 करोड़ रुपये का निर्यात होता था। हमने अब लक्ष्य बनाया है कि 2024 तक रक्षा क्षेत्र से ५ बिलियन डालर का निर्यात करेंगे।
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उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार ने अपने लगभग तीन साल के कार्यकाल में चुनावी घोषणा पत्र के 85 फीसदी वादों को पूरा किया है।
मैं समझता हूँ, दो साल का समय राज्य सरकार के पास अभी और है, इन 2 साल में कोई ऐसे वादा ऐसा नहीं रहना चाहिए, जो पूरा न हो।
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 15, 2020
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