जो रहते हैं हमेशा तैयार – कोरोना के दौर में होम गार्ड्स का विशेष योगदान
पौड़ी: लॉक डाउन होने के बाद जनपद पौड़ी में प्रवेश करने वाले अधिकतर लोग पहले पौड़ी पहुंच रहे थे फिर उनकी स्क्रीनिंग होने के बाद उन्हें यहीं पर बनें क्वारनटीन सेंटरों में रखा जा रहा था। इन सेंटरों की निगरानी जिला प्रशासन पौड़ी की ओर से की जा रही थी।
इन सेंटरों पर तैनात होमगार्ड इन प्रवासियों के रहने और खाने की व्यवस्था में लगे हुए थे। 8 घंटे की ड्यूटी देने वाले होमगार्ड इस महामारी में 24 घंटे अपनी ड्यूटी दे रहे हैं।
वहीं उपजिलाधिकारी पौड़ी ने इन सभी लोगों के कार्य की सराहना करते हुए कहा है कि इस समय असली कोरोना वॉरियर्स यही है जो कि चौबीसों घंटे जिला प्रशासन की मदद के लिए आगे आ रहे हैं जिसका कि वह दिल से धन्यवाद करते हैं।
होमगार्ड कुलदीप से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि उन पर प्रशासन का किसी प्रकार से कोई दबाव नहीं है और यह उनकी अपनी इच्छा है कि वह सरकार और प्रशासन की मदद के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं।
वहीं उपजिलाधिकारी पौड़ी अंशुल सिंह ने बताया कि लॉक डाउन होने के शुरुआती दौर से ही सभी होमगार्ड अपने अपने स्तर पर उनकी मदद कर रहे हैं। प्रवासियों को खाना देने समेत उनके रहने की व्यवस्था, साफ सफाई के लिए ये सभी हर पल तैयार हैं।
पौड़ी पहुंचने वाले प्रवासियों को उनके ब्लॉक तक पहुंचाने के लिए भी होमगार्ड ने काफी मेहनत की है। इस दौर में इन कोरोना वॉरियर्स का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।