लाखों की लागत से बना मातृ शिशु केंद्र चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
भगवानपुर | उचित देख भाल के अभाव में भगवानपुर विकास खण्ड के हालूमाजरा गांव में लाखों की लागत से तैयार मातृ शिशु केंद्र महज़ एक प्रदर्शनी बन कर रह गया है। इस केंद्र से महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। गर्भवती महिलाओं को मजबूरी में दूरदराज के अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है।
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ग्रामीणों ने इस केंद्र की शिकायत विभागीय अधिकारियों से भी कई बार की। लेकिन लाखों की रकम लगा कर बनाया गया ये उपकेंद्र महज़ एक शोपीस बनकर खड़ा नज़र आता है।
भगवानपुर के इस गाँव में उपकेन्द्र का नहीं कोई लाभ
आप को बता दें कि बीते दिनों हम ने इस मातृ शिशु केंद्र की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। जिसके बाद सोया विभाग आज हरकत में आया। तस्वीरों में आप साफ तौर पर देख सकते है कि किस प्रकार मातृ शिशु कल्याण केंद्र गांव से दूर घने जंगल के बीच मे खड़ा है। इस केंद्र में न तो जाने का रास्ता है और न ही केंद्र की देख रेख के लिये कोई चौकीदार।
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बन्द कमरों में पड़े डॉक्टरों के उपकरण भी धूल फांक रहे है। मौके पर पहुंचे भगवानपुर चिकित्सक अधीक्षक डॉक्टर मेजर गुप्ता ने बताया कि इस केंद्र की हालत बहुत बुरी है। बरसात के समय इसमें भारी मात्रा में जल भराव हो जाता है जिससे ग्रामीणों को यहां आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। और ये केंद्र मानकों को ताक पर रख कर बनाया गया है।
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उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही नवीन जमीन का इंतज़ाम किया जायेगा और ग्रामवासियो को नवीन मातृ शिशु कल्याण केंद्र बना कर दिया जायेगा।