चौथे दिन भी नहीं आया हरक सिंह को कांग्रेस से बुलावा

देहरादून| पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत चौथे दिन बुधवार को भी राह तकते रह गए और कांग्रेस से बुलावा नहीं आया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पार्टी में हरक सिंह की वापसी के विरोध के अपने रुख पर कायम है। हरक के एक लाख बार माफी मांगने के बयान के बाद भी उनकी नाराजगी दूर नहीं हो पाई है। पार्टी हाईकमान ने अब इस मामले में सुलह-समझौते का जिम्मा प्रदेश के नेताओं के ही जिम्मे कर दिया है। ऐसे में कांग्रेस में शामिल होने के लिए हरक को और एक-दो दिन इंतजार करना पड़ सकता है। उनकी पैरोकारी में उतरे कांग्रेसी क्षत्रप वापसी के लिए सहमति बनाने के प्रयासों में जुटे हैं। उधर, प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को भी हरक सिंह की वापसी सुहा नहीं रही है। उन्होंने विरोध तेज कर दिया है।
भाजपा से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी का मामला उलझ गया है। 2016 में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद भी पार्टी ने अभी तक उनके लिए दरवाजे खोले नहीं है। इंतजार में चौथा दिन भी गुजर गया। पहले बुधवार दोपहर उनके कांग्रेस में शामिल होने को लेकर चर्चाएं थीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को पार्टी की ओर से दिल्ली में ही मौजूद रहने को कहा गया। दोपहर के बाद शाम भी गुजर गई, लेकिन हरक का इंतजार खत्म नहीं हो पाया।