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आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार होता जिला मुख्यालय पौड़ी

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प्रदेश सरकार द्वारा जनरल ओबीसी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी पर कुछ गंभीर आरोप लगाए गए और उनके खिलाफ जांच बैठाई गई। आरोपों के खिलाफ और जांच को खारिज करने की मांग को लेकर जनरल ओबीसी एसोसिएशन एक बार फिर से आंदोलनरत हो गया है।

पौड़ी: पूरे देश में हड़ताली प्रदेश के नाम से विख्यात उत्तराखंड में एक बार फिर से हड़ताल का दौर शुरू होने जा रहा है, जिसकी शुरुआत अब धीरे-धीरे होने लगी है। वर्ष के शुरुआती दौर में जनरल ओबीसी एसोसिएशन द्वारा भर्ती में आरक्षण को समाप्त करने को लेकर एक आंदोलन किया था जिसके बाद सरकार ने उनकी मांग को मांगते हुए पदों में आरक्षण को लेकर बदलाव भी किए थे।

आंदोलन के दौरान कई मर्तबा सरकार और संगठन आमने-सामने की लड़ाई के लिए भी तैयार हो गए थे। हालांकि सरकार द्वारा मांग माने जाने के बाद आंदोलन को स्थगित भी कर दिया गया था। मगर वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा जनरल ओबीसी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी पर कुछ गंभीर आरोप लगाए गए और उनके खिलाफ जांच बैठाई गई। आरोपों के खिलाफ और जांच को खारिज करने की मांग को लेकर जनरल ओबीसी एसोसिएशन एक बार फिर से आंदोलनरत हो गया है।

आंदोलन कर रहे एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारी सीताराम पोखरियाल का कहना है कि सरकार द्वेष की भावना से उनके प्रदेश अध्यक्ष पर निराधार आरोप मंड रही है और बेबुनियाद ही उनके खिलाफ जांच भी कर रही है।

संगठन ने साफ किया है कि अगर सरकार उनके प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए आरोपों को नहीं हटाती और उनके खिलाफ चल रही जांच को जल्द वापस नहीं लेती है तो उनका संगठन एक बार फिर से सड़कों पर होगा।

इससे पहले भी संगठन द्वारा क्रमबद्ध ढंग से अपने आंदोलन को आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसके चलते कल सभी कर्मचारी द्वारा कार्य बहिष्कार भी किया गया था। मगर अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि सरकार संगठन की इस मांग को मानती है या नहीं। मगर इतना तय है कि संगठन भी झुकने को तैयार नहीं है और आने वाले समय में सरकार और संगठन की आपसी लड़ाई का खामियाजा आमजन को उठाना ही पड़ेगा और कुछ समय से शांत पड़ा हड़ताली प्रदेश एक बार फिर से सुर्खियों में होगा।