December 23, 2024

Newz Studio

सरल और संक्षिप्त

युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत विद्या दत्त शर्मा ने खोला गढ़वाली रैबासा

रैबासा होमस्टे की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य है कि पहाड़ी शैली से बनने वाले घरों का संरक्षण किया जा सके ।

पौड़ी | पौड़ी के सांगुणागांव के रहने वाले 84 वर्षीय किसान विद्या दत्त शर्मा बीते 54 सालों से अपने गांव में कृषि और बागवानी के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे हैं। कृषि और बागवानी के प्रति उनके लगाव होने के चलते उन पर मोतीबाग नाम से एक लघु फिल्म भी बनाई गई थी जो कि ऑस्कर के लिए भी नामित हुई थी वहीं अब तक के प्रयासों से उन्होंने अपने गांव में ही पहाड़ की शैली से निर्मित एक होमस्टे का निर्माण कर दिया है। इसे रैबासा का नाम दिया गया है।

कृषक विद्यादत्त शर्मा बताते हैं कि उन्होंने सरकारी नौकरी त्याग कर अपने पसीने से खेतों को सींच कर इन्हें कृषि योग्य बनाया है। वह युवाओं को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। कि वह अपने गांव में कृषि बागवानी और पर्यटन के क्षेत्र में काम कर पलायन को रोकने और अपने गांव को फिर से आबाद करने का काम करे।

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विद्यादत्त शर्मा के पुत्र त्रिभुवन बताते है कि रैबासा होमस्टे की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य है कि जो पहाड़ की शैली से बनने वाले घर धीमें धीमे लुप्त होते जा रहे है उनका भी संरक्षण किया जा सके । साथ ही यहां पर जो भी पारंपरिक रूप से कार्य किए जाते हैं बाहर से आने वाले पर्यटक व अन्य लोग भी इन्हें सीख सके, समझ सके और इन्हें आने वाली पीढ़ी को भी इसे सौंप सकें।

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उन्होंने कहा कि उनके पिता की उम्र काफी अधिक है बावजूद इसके उनका अपने गांव के प्रति प्रेम और जज्बा ही उन्हें लगातार कृषि बागवानी मौन पालन और विभिन्न कार्यों के लिए प्रोत्साहित करता है वह लंबे समय से जल संरक्षण पर भी कार्य कर रहे हैं । अधिक उम्र के बावजूद भी उनका इतनी मेहनत कर अपने गांव को खुशहाल बनाना अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन रहा है|

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