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सितारगंज: अगस्त क्रांति दिवस को किसान मना रहे ‘किसान मुक्त दिवस’ के रूप में

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किसानों का कहना है कि गन्ने का भुगतान तत्काल कराया जाए। चीनीमिल सितारगंज के घाटे की जांच कराई जाए। कर्जा मुक्ति- शुरुआत में सरकार इस साल कोरोना वायरस ये सभी किसानों का रवि फसल का कर्ज माफ करें और खरीफ फसल के लिए केसीसी ऋण जारी करें।
सितारगंज: अगस्त क्रांति दिवस को किसान मना रहे 'किसान मुक्त दिवस' के रूप में

सितारगंज: अगस्त क्रांति दिवस को किसान मना रहे 'किसान मुक्त दिवस' के रूप मेंसितारगंज, ऊधम सिंह नगर: किसानों की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा आज तहसीलदार सितारगंज के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर किसानों की समस्याएं दूर करने की मांग की है। यही नहीं ज्ञापन में कठोर शब्दों में लिखा गया है कि इस साल किसान अगस्त क्रांति दिवस को किसान मुक्त दिवस के रूप में मनाने जा रहे हैं।

उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि 9 अगस्त 1942 का उद्देश्य अंग्रेजों भारत छोड़ो था और अब उद्देश्य ‘कारपोरेट किसानी छोड़ो’ का है। ज्ञापन में 9 अगस्त को केंद्र सरकार से 9 मांगों को लेकर देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है। किसानों की मांग है कि समस्त कॉरपोरेटिव सहव्यापी चीनी मिलों का चुनाव कराकर बोर्ड गठित किया जाए। समस्त बंद पड़ी चीनी मिलों को पुनः चालू कराया जाए।

वही किसानों का कहना है कि गन्ने का भुगतान तत्काल कराया जाए। चीनीमिल सितारगंज के घाटे की जांच कराई जाए। कर्जा मुक्ति- शुरुआत में सरकार इस साल कोरोना वायरस ये सभी किसानों का रवि फसल का कर्ज माफ करें और खरीफ फसल के लिए केसीसी ऋण जारी करें। किसानों व समूहों के कर्ज का ब्याज माफ कर उनकी वसूली पर रोक लगाए उसके बाद सरकार हर किसान को संपूर्ण कर्जा मुक्त करने का कानून पास करें। पूरा दाम-प्रत्येक फसल सब्जी फल और दूध का एमएससी कम से कम सी-2 लागत से 50 फ़ीसदी अधिक घोषित हो इस धाम पर फसल खरीद की गारंटी सरकार दे एमएसपी से कम रेट पर खरीद करना सरकार फौजदारी जुर्म घोषित करें। इसके अलावा किसानों ने किसान विरोधी अध्यादेश रद्द करने की भी मांग की है।