HOPE – युवाओं के लिए पोर्टल का शुभारंभ
ख़ास बात:
- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया HOPE पोर्टल का शुभारम्भ
- पोर्टल का मुख्य उद्देश्य कुशल और अकुशल युवाओं का डाटा बेस बनाना
- रोज़गार और स्वरोज़गार के अवसर उपलब्ध कराना भी पोर्टल का उद्देश्य
- पोर्टल का उपयोग राज्य के रोज़गार प्रदाता को युवा से जोड़ने हेतु होगा
देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में मंत्रिमंडल की उपस्थिति में “Hope” (Helping Out People Everywhere) पोर्टल का शुभारम्भ किया।
इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए युवा निम्न लिंक पर जाकर रजिस्टर कर सकते हैं।
यहाँ क्लिक करें: HOPE – PORTAL FOR YOUTH
इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य कुशल और अकुशल युवाओं का डाटा बेस बनाना तथा डाटा बेस के आधार पर रोजगार/स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। कुछ दिन पहले भी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया गया था। इस योजना के साथ समन्वय करने में यह पोर्टल महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
“Hope” पोर्टल के माध्यम से उत्तराखण्ड के ऐसे युवा जो विभिन्न राज्यों एवं उत्तराखण्ड में कुशल पेशेवर Skilled professional हैं तथा वर्तमान में किसी न किसी संस्थान में कार्य कर रहे हैं या जो उत्तराखण्ड में कौशल विकास विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, ऐसे युवाओं के लिए यह पोर्टल एक सेतु के रूप में कार्य करेगा। इस पोर्टल के डाटा बेस का उपयोग राज्य के समस्त विभाग तथा अन्य रोजगार प्रदाता युवाओं को स्वरोजगार/रोजगार से जोड़ने के लिए करेंगे।
आपको बता दे कि यह पोर्टल त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देशो पे पोर्टल का निर्माण आईटी विभाग, कौशल विकास विभाग, नियोजन विभाग एवं एनआईसी ने आपसी समन्वय से किया। इस पोर्टल की वेब होस्टिंग उत्तराखण्ड सरकार के आईटीडीए, आईटी पार्क स्थित डाटा सेंटर में की गई है।