छावला गैंगरेप केस | दिल्ली पुलिस की संदिग्ध जांच की पुनः CBI जांच की मांग
- सुप्रीम कोर्ट के निष्कर्षों में पाई गई दिल्ली पुलिस की संदिग्ध जांच की पुनः सीबीआई जांच की मांग
- उत्तराखंड की बेटी से दिल्ली में हुए गैंगरेप व हत्याकांड का मामला
देहरादून, 11 नवंबर । उत्तराखंड की बेटी से छावला में हुए गैंगरेप व हत्याकांड मामले में उच्चतम न्यायालय के निष्कर्षों में पायी गई दिल्ली पुलिस की संदिग्ध जांच की पुनः सीबीआई जांच कराकर आरोपियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की।
इस अवसर पर संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने कहा है कि 12 वर्ष पूर्व उत्तराखंड की बेटी से हुए गैंगरेप के आरोपियों को आरोप मुक्त करते हुए उच्चतम न्यायालय द्वारा, उच्च न्यायालय तथा ट्रायल कोर्ट की कमियों, दिल्ली पुलिस की संदिग्ध जांच पर आये फैसले में जो निष्कर्ष हैं वह हमारी प्रशासनिक, न्यायिक कमियों का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इनमें अभियुक्तों की पहचान परेड न होना, अधूरे साक्ष्य प्रस्तुत करना, सीएफएसएल जांच में जानबूझकर देरी करना, साक्ष्यों को अधूरे ढंग से प्रस्तुत करना शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली संदिग्ध साबित हुई है। उन्होंने कहा कि इस कारण उत्तराखंड की मातृशक्ति सहित, सामाजिक संस्थाओं मे आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि अतः उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की जांच की पुनः सीबीआई जांच कराई जानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि इससे सभी अधूरे साक्ष्यों का दोबारा परीक्षण कर नये व अकाटय साक्ष्यों के आधार पर मामले को पुनः सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत किया जाना संभव होगा और आरोपियो को फांसी की सजा दिलायी जा सकेगी।