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चारधाम का उत्‍साह चरम पर, केवल एक दिन में हुए छह लाख से ज्‍यादा पंजीकरण

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चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। भारी संख्या में श्रद्धालु रोजाना पंजीकरण करा रहे हैं।
शुक्रवार को यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए शाम छह बजे तक विभिन्न माध्यमों से छह लाख 23 हजार 470 ने पंजीकरण कराए। इनमें दो लाख से अधिक पंजीकरण केदारनाथ धाम यात्रा के लिए कराए गए हैं।

केदारनाथ धाम के लिए दो लाख 38 हजार 93 पंजीकरण:
यमुनोत्री धाम के लिए 92 हजार 783 और गंगोत्री धाम की यात्रा के लिए 94 हजार 124 पंजीकरण हुए हैं। जबकि केदारनाथ धाम के लिए दो लाख 38 हजार 93 और बदरीनाथ धाम के एक लाख 98 हजार 455 यात्रियों ने पंजीकरण कराए हैं।
वेबसाइट के माध्यम से चार लाख 92 हजार 646 पंजीकरण कराए हैं। जबकि मोबाइल एप से 90 हजार 331 और वाट्सएप के माध्यम से 40 हजार 503 पंजीकरण हुए हैं।
राज्य की ओर से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए विभन्न नंबर भी जारी किए हैं। इनमें चारधाम से संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री 1364 और चारधाम कंट्रोल रूम का नंबर 0135- 2559898 और 2552627 जारी किए गए हैं।
जबकि स्वास्थ्य सेवा और एंबुलेंस सेवा के लिए श्रद्धालु 104 और 108 नंबर पर काल करके सेवा ले सकते हैं। पुलिस सेवा के लिए 100 और 112 नंबर है। आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम के लिए 0135-276066 और टोल फ्री नंबर 1070 है।
चारधाम यात्रा में रात आठ बजे तक चलेंगे वाहन
वहीं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा मार्गों पर वाहनों के संचालन का समय निर्धारित कर दिया है। यात्रा मार्ग पर वाहनों का संचालन सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक होगा।
यात्रा नोडल अधिकारी व आरटीओ देहरादून सुनील शर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग व पुलिस की चेकपोस्ट पर देर रात संचालित होने वाले वाहनों को रोका जाएगा। इसी के साथ परिवहन विभाग ने तीन अप्रैल से चारधाम यात्रा के लिए व्यावसायिक वाहनों के ग्रीन-कार्ड बनाने का आदेश शुक्रवार को जारी कर दिया।
चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग की तैयारी अंतिम चरण में है। नोडल अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि यात्रा मार्गों पर जाने वाले व्यावसायिक वाहनों के आनलाइन ग्रीन-कार्ड तीन अप्रैल से बनाए जाएंगे।
वाहनों को सिर्फ फिटनेस के लिए ही परिवहन कार्यालय आना होगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि यात्रा मार्ग पर जाने वाले वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड के साथ-साथ ट्रिप कार्ड भी लेना होगा।
इस वर्ष गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू होगी। इसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रा अपने पूर्ण स्वरूप में आ जाएगी।
चारधाम यात्रा में संचालित व्यावसायिक वाहनों के लिए हर बार की तरह इस बार भी ग्रीन-कार्ड के साथ ट्रिप-कार्ड बनाना अनिवार्य किया गया है।
ताकि चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों और तीर्थयात्रियों की संख्या का रिकार्ड रखा जा सके। वाहनों के ग्रीन-कार्ड और ट्रिप-कार्ड के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा। वेबसाइट तीन अप्रैल से खोल दी जाएगी।

रफ्तार रोकने को समय होगा दर्ज:
यात्रा मार्ग पर रफ्तार का खेल रोकने के लिए व्यावसायिक वाहनों को चालकों को यात्रा के शुरू में पड़ने वाली चेकपोस्ट और लौटते समय उसी चेकपोस्ट पर ग्रीनकार्ड में तारीख और समय को अंकित कराना होगा।
उदाहरण के लिए यदि यात्रा का समय सात दिन का है तो चालक को जाते हुए पहले दिन व लौटते हुए सातवें दिन एंट्री करानी होगी। यदि वह बिना कारण निर्धारित समय से पूर्व लौट आता है तो उसका ग्रीनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।

यात्रा की ये भी तैयारी:
यात्रा मार्ग पर परिवहन विभाग के चेकपोस्ट 15 अप्रैल के बाद होंगे शुरू।
यात्रा पर पहली बार जाने वाले चालकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण।
यात्रियों को अनाधिकृत वाहनों से यात्रा करने से रोकने के लिए हरिद्वार से ही बैनर पोस्टर के जरिए किया जाएगा जागरूक।
यात्रा में सिर्फ परिवहन विभाग से ही अधिकृत ट्रेवल एजेंट के जरिए होगी बुकिंग।
अन्य राज्यों से आने वाले डग्गामार वाहनों को यात्रा में रोकने के लिए सीमा शुल्क पर्ची को बनाया जाएगा आधार।
अनाधिकृत ट्रेवल एजेंटों की गिरफ्तारी कर उनके दफ्तर होंगे सील।