September 8, 2024

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रेमडिसिविर के निर्यात पर केंद्र ने लगाई रोक

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कंपनियों को आदेश-वैबसाइट पर स्टॉकिस्ट और डीलर्स का विवरण डाले

नई‎ दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केन्द्र सरकार ने रेमडिसीविर और इसके उत्पादन के लिए जरुरी फार्मास्यूटिकल सामग्री के निर्यात पर रोक लगा दी है।

केंद्र सरकार ने दवा बनानेवाली सभी घरेलू कंपनियों को आदेश दिया है कि वो अपनी वेबसाइट पर सभी स्टॉकिस्ट और डीलर्स का विवरण डालने का निर्देश दिया है। ताकि जरुरत पड़ने पर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

इसके अलावा रेमडिसीविर की कालाबाजारी को रोकने के लिए सभी ड्रग इंस्पेक्टर्स और संबंधित अधिकारियों को इसके स्टॉक की जांच करने और इसकी जमाखोरी और कालाबाजारी पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।

हाल के दिनों में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ इसकी डिमांड भी बढ़ गई है और इसकी कालाबाजारी खबरें भी आने लगी हैं। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में रेमडेसीविर इंजेक्शन की मांग में और बढ़ोतरी हो सकती है।

सरकार और फार्मास्यूटिकल्स विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुए है और घरेलू दवा निर्माताओं के संपर्क में है, ताकि जरुरत पड़ने पर इसके उत्पादन को बढ़ाया जा सके।

मध्य प्रदेश के चीफ मेडिकल ऑफिसर के मुताबिक इंदौर में रेमडिसिविर के 20 हजार इंजेक्शन पहुंच गये हैं। इनमें से 85 फीसदी इंजेक्शन मेडिकल कॉलेजों को दिये जाएंगे और बाकी के 15 फीसदी जिला अस्पतालों को भेजे जाएंगे। पुणे के कलक्टर ने जिले में रेमडिसिविर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के एक कंट्रोल रुम बनाया है।

जिन्हें इस दवा की जरुरत हो वो टॉल-फ्री नंबर 1077 या 020-26123371 पर कॉल कर सकते हैं। ये कंट्रोल रुम 31 मई तक चालू रहेगा। दूसरी ओर रेमडिसिविर की कालाबाजारी की खबरें भी सामने आने लगी हैं। मुंबई में पुलिस ने शुक्रवार को रेमडेसिविर की 284 शीशी के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था। उधर, गुजरात में भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा रेमडिसिविर इंजेक्शन बांटे जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।