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परेशानहाल मनरेगा के मजदूरों की मांग – 500 रूपये हो मजदूरी

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मनरेगा में काम कर रहे इन मजदूरों का कहना है कि फिलहाल मनरेगा की मजदूरी 201 रुपया मिलती है जो कि 500 रुपये होनी चाहिये।

 

भगवानपुर: कोरोना के इस दौर में हर वर्ग भिन्न प्रकार की दिक्कतों से आये दिन जूझ रहा है। दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों का हाल भी कुछ अलग नहीं है जो परिवार के भरण-पोषण के लिए परेशान हैं ।

भगवानपुर विधान सभा के हबीबपुर निवादा में मनरेगा की मार्फ़त मजदूरी कर रहे सैकड़ों मजदूरों ने एक जुट होकर झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल को अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के मुखिया के नाम ज्ञापन सौंपा है। मनरेगा में काम कर रहे इन मजदूरों का कहना है कि फिलहाल मनरेगा की मजदूरी 201 रुपया मिलती है जो कि 500 रुपये होनी चाहिये।

उनका कहना ये भी है कि मनरेगा के अंतर्गत पूरे साल मजदूरी मिलनी चाहिये। महंगाई के इस दौर में कोरोना संकट के साथ मिलने वाली ये राशि भरण-पोषण की ज़रूरतों को देखते हुए बहुत ही कम है। उस पर भी समस्या सिर्फ यहीं तक नहीं है।

इन में से कुछ मजदूरों का कहना है कि कुछ दिनों पहले गांव में श्रमिक कार्ड बनाने वाली टीम भी आई थी जो कि 350 प्रति कार्ड की दर से मजदूरों से अवैध रूप से लेकर गये। लेकिन अब तक भी श्रमिक कार्ड नहीं मिले।

झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल को मनरेगा में मजदूरी कर रहे श्रमिकों ने आप बीती सुनाई तो विधायक ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि श्रमिक कार्ड की धोखा धड़ी को लेकर वे जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मनरेगा में मजदूरी बढ़ाये जाने को लेकर भी बात करेंगे।