November 23, 2024

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हार्दिक पटेल ने छोड़ा कांग्रेस का ‘हाथ’, इस्तीफे में निकाली सारी भड़ास

राम मंदिर, CAA-NRC, आर्टिकल 370 से लेकर चिकन-सैंडविच को लेकर मारे तंज़।
हार्दिक पटेल ने छोड़ा कांग्रेस का 'हाथ', इस्तीफे में निकाली सारी भड़ास

अहमदाबाद | पिछले काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे हार्दिक पटेल ने आखिरकार पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हार्दिक पटेल ने सोशल मीडिया पर एक पत्र लिखकर कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर गुजरात और गुजरातियों से नफरत का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस नेताओं पर कड़े प्रहार किए हैं।

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उन्होंने कहा कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस के नेता अपने स्वार्थ के लिए बिक गए हैं। प्रदेश नेताओं को गुजरात की जनता की समस्या की कोई चिंता नहीं है। उन्हें केवल दिल्ली से आनेवाले पार्टी नेताओं को समय पर चिकन सेन्डविच मिली है या नहीं इसकी चिंता ज्यादा है। पिछले तीन साल में पता चला कि कांग्रेस केवल और केवल विरोध की राजनीति करने तक सिमट कर रह गई है। जबकि देश के लोगों को एक ऐसे विकल्प की जरूरत है जो भविष्य पर विचार करे और उसे आगे ले जाने का प्रयास करे।

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हार्दिक पटेल ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर हो, CAA-NRC हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या फिर GST लागू करना हो, देश लंबे समय से इन मुद्दों का समाधान चाहता था। कांग्रेस केवल इन मुद्दों के समाधान में व्यवधान करने काम करती रही है। देश हो गुजरात प्रदेश हो या फिर मेरा पटेल समाज हो इन मुद्दों पर कांग्रेस का रुख केवल केन्द्र सरकार विरोध करना ही रहा है। देश के ज्यादातर से कांग्रेस के आउट होने का यही मुख्य कारण है। कांग्रेस पार्टी और उसका नेतृत्व लोगों के समक्ष कभी अपना प्राथमिक रोडमेप पेश नहीं कर पाई। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व किसी मुद्दों को लेकर कभी गंभीर नहीं रहा।

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उन्होंने कहा – मैं जब कांग्रेस से मिला तो ऐसा लगा कि नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याएं सुनने के बजाए मोबाइल और अन्य वस्तुओं पर अधिक था। जब देश में संकट में या कांग्रेस नेतृत्व की जरूरत थी, तब पार्टी के नेता विदेश में थे। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का गुजरात प्रति रुख ऐसा रहा है जैसे उन्हें गुजरात और गुजरातियों से नफरत है। ऐसी स्थिति में गुजरात के लोग कांग्रेस को कैसे एक विकल्प के रूप देखेंगे?

हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि तब दु:ख होता है जब मेरे जैसे नेता अपने खर्चे पर गाडी में 500 से 600 किलोमीटर की यात्रा कर लोगों के बीच जाते हैं और गुजरातके बड़े नेता जनता के मुद्दों को नजरअंदाज कर दिल्ली से आए नेताओं को समय पर चिकन या सेंडविच मिला है या नहीं इस पर ध्यान देते हैं।

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उन्होंने कहा कि जब भी मैं युवाओं से मिला हूं तो वह मेरे कांग्रेस में होने पर सवाल उठाते हैं और कहते हैं कांग्रेस गुजरातियों का अपमान करती है। हार्दिक पटेल ने बड़े दु:ख के साथ कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने गुजरात की जनता के मुद्दों को कमजोर कर आर्थिक लाभ उठाए हैं। राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का इस प्रकार बिक जाना राज्य की जनता के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। राजनीति में सक्रिय लोगों का धर्म होता है परंतु यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने गुजरात के लोगों के लिए कुछ अच्छा नहीं किया। मैं जब गुजरात में कुछ करना चाहता था तब पार्टी ने मेरा तिरस्कार किया। मैं ने कभी सोचा ना था कि कांग्रेस नेतृत्व गुजरात, हमारे समाज और खासकर युवाओं के प्रति इस प्रकार नफरत रखती है। इसलिए आज मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरे इस फैसले का स्वागत मेरे सभी साथी और गुजरात के लोग करेंगे। मेरा मानना है कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सही अर्थ में सकारात्मक काम कर सकूंगा। जनता से मिले प्यार का ऋण अदा करने का मैं सदैव प्रयासरत रहूंगा।