असम में सीएए लागू नहीं करने देंगे – राहुल
गुवाहाटी | कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को खराब मौसम होने के कारण असम चुनाव प्रचार के लिए नहीं आ सके, हालांकि उन्होंने एक वीडियो जारी कर राज्य के लोगों का आह्वान किया कि वे प्रदेश की पहचान, इतिहास एवं संस्कृति की रक्षा के लिए विपक्षी ‘महाजोत’ (महागठबंधन) को जीत दिलाएं।
आज ख़राब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुँच पाया लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ़ है- असम को 5 गैरंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएँगे।
इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें।#Elections2021 pic.twitter.com/A9b2zRdZtT
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 30, 2021
राहुल गांधी ने वीडियो जारी कर कहा, ‘आज ख़राब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुंच पाया, लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ़ है कि असम को 5 गारंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएंगे। इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें।’
उन्होंने कांग्रेस के पांच प्रमुख चुनावी वादों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘असम में सीएए (संशोधित नागरिकता कानून) को लागू नहीं करने देंगे क्योंकि यह राज्य की पहचान, इतिहास और संस्कृति पर हमला है। हम राज्य की पहचान, इतिहास और संस्कृति की रक्षा करेंगे।’
इससे पहले असम विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार अभियान मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। दूसरे चरण के तहत एक अप्रैल को 39 निर्वाचन क्षेत्रों में 345 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। चुनाव प्रचार अभियान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का मुद्दा सबसे ऊपर था और पहले चरण के चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी। लेकिन इस दौरान पार्टी ने बराक घाटी में इस मुद्दे को उठाया जहां हिंदू बंगाली आबादी की खासी संख्या है और उनमें से कई की जड़ें बांग्लादेश में हैं। असम चुनावों के लिए अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सीएए का जिक्र किया था और कहा था कि इसे समय पर लागू किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने पथरकंडी और सिलचर में अपनी चुनावी रैलियों में पहली बार इस विवादास्पद कानून का जिक्र करते हुए आश्वासन दिया था कि शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार दिया जाएगा तथा भाजपा घुसपैठियों को राज्य में नहीं आने देगी।
भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में विशेष रूप से एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल पर हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दिया जिससे कई समस्याएं पैदा हुयीं। पार्टी ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करने को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
फरवरी के अंत में चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बराक घाटी के करीमगंज से अपना अभियान शुरू किया था। दूसरे चरण में प्रचार करने वाले प्रमुख भाजपा नेताओं में केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, नितिन गडकरी, नरेंद्र तोमर, जितेंद्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि शामिल हैं।
कांग्रेस गठबंधन में एआईयूडीएफ, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, भाकपा, माकपा, राष्ट्रीय जनता दल शामिल हैं। इस गठबंधन की ओर से प्रचार करने वाले प्रमुख लोगों में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, सांसद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल थे।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, रणदीप सिंह सुरजेवाला, राजद नेता तेजस्वी यादव, बदरुद्दीन अजमल और भाकपा के कन्हैया कुमार ने भी प्रचार किया था।
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