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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ में मोबाइल टोर्च की रोशनी मे होता वैक्सीनेशन

कोविड19 के दौर में प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं। मगर यह दावे धरातल पर खोखले नजर आ रहे हैं।

पौड़ी  कोविड19 के दौर में प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए तमाम दावे किए जा रहे हैं। मगर यह दावे धरातल पर खोखले नजर आ रहे हैं। जी हां, बात हो रही है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ की। जिसको साल की शुरुआत में पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड़ पर दे दिया। जिसके बाद उम्मीदें लगाई गई कि प्राइवेट मोड़ पर देने के बाद यहां पर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएंगी ।मगर यहाँ पर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त होने के विपरीत ओर बदहाल हो रखी है।

इन दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों पर वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है। मगर स्वास्थ्य केंद्र में जनरेटर उपलब्ध ना होने के कारण बिजली बाधित होने पर स्वास्थ्य कर्मचारियों को मोबाइल की लाइट पर ही वैक्सीनेशन से संबंधित कार्य को पूरा करना पड़ रहा है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किस तरह की सुविधाएं यहां पर पहुंचने वाले मरीजों को दी जा रही होंगी।

पीपीपी प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में इनवर्टर की सुविधा उपलब्ध है मगर देर रात विद्युत आपूर्ति ठप होने के कारण इनवर्टर को भी चार्ज नहीं किया जा सका। जिस कारण इस तरह की दिक्कतें सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनरेटर लगाए जाने के लिए पत्राचार किया जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यहां पर जनरेटर लग जाएगा। मगर सवाल उठना लाजमी है कि जिस विधानसभा के विधायक प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत खुद हो, जो तमाम तरह के दावे लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर कर रहे हैं अगर उनकी विधानसभा में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का यह हाल है तो अन्य विधानसभाओं की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का क्या हाल होगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है।