शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को जुटा उत्तराखंड शिक्षा विभाग
पौड़ी: उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिये अब शिक्षा विभाग के आला अधिकारी ऐसे शिक्षकों से फीडबैक ले रहे हैं जिन विधालयों के परीक्षा परिणाम हर साल शत-प्रतिशत आ कर शिक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
ऐसे शिक्षकों से सरकारी शिक्षा का स्तर सुधारने के साथ ही कोविड दौर में शिक्षा तंत्र को किस तरह से मजबूती प्रदान की जाये समेत कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर गहनता से चर्चा की जा रही है और शिक्षकों के सुझाव लिये जा रहे हैं।
इसके लिये खुद गढ़वाल मण्डल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह ने इस प्रयास को गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी से शुरू किया है। इसके बाद गढ़वाल मण्डल के अंतर्गत आने वाले अन्य सभी जिले के उन शिक्षकों से भी संवाद स्थापित कर रायशुमारी की जायेगी जिनके दिये गुरू ज्ञान से स्कूल के परिणाम हर बार शत प्रतिशत आ रहे हैं।
छात्रों का भविष्य संवारने के लिये अब कैट यानि चाईल्ड एचीवमैंट ट्रैकिंग को लागू किया जायेगा। गढ़वाल मण्डल के अपर निदेशक ने उत्तराखण्ड बोर्ड के आये परिणामों पर भी शिक्षकों से चर्चा की। इसके साथ ही मेधावी छात्रों के साथ ही पिछले पांच सालों से बोर्ड परीक्षाओं में शत-प्रतिशत परिणाम दे रहे विद्यालयों और शिक्षकों को भी सम्मानित किये जाने पर चर्चा की गई है जिससे इसी तरह से शिक्षक छात्रों का भविष्य संवर पायें।
इसके साथ साथ नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने पर किस तरह से छात्रोें का भविष्य नई शिक्षा नीति के तहत संवारा जाये इस पर भी मंथन किया गया है। अपर निदेशक ने शिक्षकों की समस्याओं को भी सुना है और लिये गये सुझाव में शासन स्तर के सुझावों को शासन को भेजने की बात कही है और कहा कि सरकारी शिक्षा का स्तर सुधारने की कवायद तेज कर दी गई हैं जिस पर अभिभावक बिना हिचकिचाहट के अब अपने बच्चो का दाखिला सरकारी स्कूल में करवा सकते हैं।