कॉलेजों-यूनिवर्सिटीज को यूजीसी का फरमान, संस्थाओं में लगाएं ‘धन्यवाद पीएम मोदी’ वाले पोस्टर
अकादमिक जगत के लोगों, छात्र संगठनों और नेताओं सहित कई तबकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की
नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों को 18 साल से ऊपर वालों के लिए फ्री टीकाकरण शुरू करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देने वाले बैनर लगाने को कहा है। विभिन्न विश्वविद्यालयों के अधिकारियों को भेजे गए व्हाट्सऐप संदेश में यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने संस्थानों से अपने सोशल मीडिया पेज पर भी बैनर लगाने को कहा। तीन विश्वविद्यालयों के अधिकारियों ने यह निर्देश प्राप्त होने की पुष्टि की है। मामले को लेकर अकादमिक जगत के लोगों, छात्र संगठनों और नेताओं सहित कई तबकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
जैन के कथित संदेश में कहा गया है कि भारत सरकार 18 साल और उससे अधिक आयु समूह के लिए मुफ्त टीकाकरण करवा रही है। इस सिलसिले में, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से ये होर्डिंग और बैनर अपने संस्थानों में लगाने का अनुरोध किया जाता है। संदेश में कहा गया है कि हिन्दी और अंग्रेजी में होर्डिंग और बैनर की मंजूर डिजाइन (रचनात्मक), जैसा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उपब्लध कराया है, आपकी सुविधा के लिए संलग्न कर दिए गए हैं। पोस्टर में प्रधानमंत्री की तस्वीर है। साथ ही, उसमें धन्यवाद पीएम मोदी लिखा हुआ है।
दिल्ली विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, भोपाल स्थित एलएनसीटी विश्वविद्यालय, बेनेट यूनिवर्सिटी (ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम में नार्थकैप यूनिवर्सिटी सहित अन्य ने बैनर अपने सोशल मीडिया पेज पर थैक्यू मोदीजी हैशटैग के साथ साझा किया है। इस कदम पर अकादमिक जगत के लोगों, छात्र संगठनों और नेताओं सहित कई तबकों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं पूर्व कार्यकारिणी परिषद के सदस्य राजेश झा ने कहा कि यह अभूतपूर्व है। विश्वविद्यालयों का इस्तेमाल सरकार के प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता। जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन की सचिव मौसमी बसु ने कहा, हर बार प्रधानमंत्री का ही नाम क्यों आता है? क्या टीका लगवाना हमारा अधिकार नहीं है? डीयू के प्रोफसर हंसराज सुमन ने कहा, यह बिल्कुल निंदनीय है। इससे पहले दिन में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दिल्ली में अधिकारियों पर इसके लिए दबाव डाल रही है कि वे मुफ्त टीके के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद ज्ञापन करने वाले विज्ञापन जारी करें।