February 5, 2025

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DIG गढ़वाल का तुगलकी फरमान, मित्र पुलिस करेगी अब बंगले में लगे सेब के पेड़ की रखवाली

गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी में डीआईजी गढ़वाल के बंगले में लगे सेब के पेड़ की रखवाली का आदेश जारी हुआ है। आदेश को लेकर चारों तरफ पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है। सेब की रखवाली का आदेश सीओ सदर ने जारी किया है।

पौड़ी। गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी में डीआईजी गढ़वाल के बंगले में लगे सेब के पेड़ की रखवाली का आदेश जारी हुआ है। आदेश को लेकर चारों तरफ पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है। सेब की रखवाली का आदेश सीओ सदर ने जारी किया है। प्रतिसार‌ निरीक्षक (आरआई) को जारी आदेश में कहा गया है कि सेब के पेड़ व फलों की बंदरो से सुरक्षा की जाय। सुरक्षा ड्यूटी में तैनात कर्मियों द्वारा हीलाहवाली बरते जाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी आदेश में दी गई है। मामले में यूपी के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी उत्तराखंड से मामले की ‌शिकायत की है। उन्होंने आदेश को प्रशासनिक व नैतिक आधार पर गलत बताते हुए कार्रवाई की मांग की है।

गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी के कंडोलिया में डीआईजी गढ़वाल का कार्यालय व आवासीय बंगला है। यहां सेब की प्रजाति का एक पेड़ है। जिस पर बड़ी संख्या में सेब लगे हुए हैं। इस सेब के पेड़ व फल की सुरक्षा के लिए सीओ सदर पीएल टम्टा ने प्रतिसार निरीक्षक पौड़ी को आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि डीआईजी गढ़वाल के आवास पर सेब का फलदार पेड़ है। जिसकी सुरक्षा की जाय। पेड़ व फलो को बंदरों से बचाए जाने के लिए सुरक्षा ड्यूटी में तैनात कर्मियों को कड़े निर्देश दिए जाय। साथ ही आदेश के पालन में हीलाहवाली बरते जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। इस बीच सीओ सदर का यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जो वायरल होते हुए उत्तर प्रदेश के आईजी सिविल डिफेंस लखनऊ से सेवानिवृत्त गोतमीनगर निवासी अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी डा. नूतन ठाकुर तक पहुंच गया। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी उत्तराखंड से शिकायत की है। शिकायत में ठाकुर ने कहा कि इस तरह का आदेश प्रशा‌सनिक व नैतिक दृष्टि से पूर्णतया गलत है। सुरक्षा ड्यूटी में तैनात जवान का काम पेड़ों के फल की रक्षा करना नहीं होता है। फल को अधिकारी निजी रुप में उपयोग में लाते हैं। इस कार्य में सरकारी गार्ड की ड्यूटी लिया जाना गलत है। उन्होंने इस तरह के आदेश जारी होने को लेकर कार्रवाई की मांग की है। ठाकुर ने कहा कि मामले में विभागीय सख्त कार्रवाई की जाय, इससे सीख मिले, तोकि भविष्य में सरकारी संसाधनों के निजी या अनुचित प्रयोग की संभावना पर विराम लग सके।

सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे मामले की जानकारी मिली है। एसएसपी पौड़ी को पूरे प्रकरण के जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। पत्र किसने तैयार ‌किया, किसने जारी किया व वायरल कैसे हुआ सहित घटना के प्रत्येक पहलू की गहनतापूर्वक जांच कर रिर्पोट प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं। नीरु गर्ग, डीआईजी गढ़वाल।