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तालिबान से बढ़ा आतंक तो ऐसे निपटेगा भारत

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तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार को जो चेहरा पेश किया उसने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है

नई दिल्ली । अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। वहीं तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार को जो चेहरा पेश किया उसने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। आशंकाएं हैं कि तालिबान के उभार के बाद आतंकी घटनाओं में इजाफा हो सकता है। वहीं भारत पर भी इसका असर दिख सकता है। ऐसे में इसको लेकर भारत ने भी तैयारी शुरू कर दी है। अब भारत में एंटी-टेररिज्म ऑपरेशंस के लिए तैनात सुरक्षा बलों को नए ढंग से ट्रेनिंग दी जाएगी।

इन सुरक्षा बलों को तालिबान और उसके काम करने के तरीकों को बताते हुए ट्रेंड किया जाएगा। इसके मुताबिक केंद्रीय सुरक्षा संगठनों को अपनी फोर्सेज को नए ट्रेनिंग मॉड्यूल के साथ तैयार करने के लिए कहा गया है। इस अधिकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों के ट्रेनिंग मॉड्यूल में एक सेगमेंट है, ‘चेंजिंग डायनेमिक्स ऑफ बॉर्डर मैनेजमेंट’। इसमें तालिबान से जुड़ी जानकारी है। लेकिन इसे काफी समय से अपडेट नहीं किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि वैश्विक हालात में हुए बदलाव के बाद इस जानकारी को अब अपडेट किया जा रहा है। इसके जरिए हमें 9/11 के बाद पिछले 20 साल में क्या-क्या बदलाव हुए हैं, उनके बारे में बताया जाएगा। यह ट्रेनिंग, बीएसएफ, एसएसबी, राज्य पुलिस की इकाइयों के साथ-साथ एंटी-टेररिस्ट ड्यूटीज में शामिल बलों जैसे सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस को भी दी जाएगी। नए ट्रेनिंग मॉड्यूल में जवानों को पूरी तरह से अपडेट किया जाएगा।

इसमें तालिबान से जुड़ी खुफिया सूचनाएं, उनके युद्ध करने के तरीके भी हैं। इसके साथ-साथ तालिबान की मॉडस ऑपरेंडी क्या है और उनके नेतृत्व में किस-किस तरह से परिवर्तन हुआ है, इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमा पर खड़े जवानों के साथ सीमावर्ती राज्यों के पुलिस बल के लिए भी यह जानकारी बेहद अहम है।

उन्हें पता होना चाहिए कि तालिबान का इतिहास क्या है। किन-किन संगठनों के साथ उनका जुड़ाव और वह किस तरह से काम करते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में खुफिया सूचना मिली थी कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े 25 भारतीय यहां घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।