तालिबान की बढ़ती ताकत से बढ़ा हौसला
नई दिल्ली । दक्षिण भारत के जंगलों में प्रशिक्षण शिविर, लांचिंग पैड स्थापित करने की कोशिश के साथ आईएस प्रेरित आतंकी मानव बम की संभावनाओं पर भी काम कर रहे थे। आईएस प्रेरित आतंकियों की गतिविधि को खंगाल रही सुरक्षा एजेंसियों ने इन खतरनाक इरादों को उजागर किया है। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को बड़े खतरे से आगाह किया गया है। खुफिया सूत्रों ने कहा कि आईएसआईएस प्रेरित आतंकियों ने दक्षिण भारत के जंगलों में प्रशिक्षण कैम्प बनाने के लिए जमीन तलाश की थी।
देश के अलग-अलग हिस्सों में आईएस प्रेरित आतंकियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई है। लेकिन केरल में सबसे ज्यादा भर्ती की जानकारी एजेंसियों को मिली है। कश्मीर और बंगाल में चल रही गतिविधियां भी एजेंसियों के रडार पर हैं। खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि आईएस से जुड़े अल आजम मीडिया फाउंडेशन द्वारा जारी की गई द मोबाइल बम नामक किताब ने भी आईएस के इस इलाके में खतरनाक प्लान को उजागर किया है। यह किताब बताती है कि विभिन्न रसायनों के साथ तरह तरह के विस्फोटक बेल्ट व बनियान कैसे बनाये जा सकते हैं।
बम बनाने के तरीकों के अलावा इसमे जिहाद पर खास जोर देते हुए जिहाद के दुश्मनों को खत्म करने की बात है। इस किताब को आईएस संदिग्ध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचारित कर रहे थे। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद इस तरह के तत्वों के हौसले बुलंद हुए हैं। कई तरह के खतरों का आकलन करने के बाद एजेंसियां आपस मे संपर्क में हैं। कई स्तरों पर आतंकरोधी साझा रणनीति पर काम हो रहा है।