आतंकवाद की खौफनाक दास्तां – पहले मांगे सबसे पहचान पत्र, हिंदू नाम देखा और गोली मार दी
- आतंकियों ने सबसे पहचान पत्र मांगे हिंदू नाम देखा और गोली मार दी सरपंच ने सुनाई खौफनाक दास्तां
- घटना के विरोध में आज किया गया राजौरी बंद का आह्वान
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के राजौरी के डांगरी गांव में रविवार देर शाम आतंकवादियों ने फायरिंग कर 4 लोगों की हत्या कर दी। आतंकवादियों ने हिंदू समुदाय के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में 6 लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों को राजौरी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इधर घटना के बाद से ही डांगरी गांव के लोगों में काफी गुस्सा है। गांव के चौराहे पर चारों शवों के साथ गांव वालों ने प्रदर्शन किया। पूरी रात लोग शवों के साथ गांव के चौराहे पर बैठे रहे।
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स्थानीय लोगों ने कहा है कि इससे पहले 16 दिसंबर को अल्फा आर्मी गेट पर सुबह 6 बजे हमला हुआ था। हमला करने वाले आतंकवादी आज तक नहीं पकड़े गए हैं। इन्हीं दो आतंकवादियों ने इस गांव पर हमला किया है। डांगरी के सरपंच धीरज शर्मा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि गांव के बीचोबीच आतंकियों ने पहले लोगों की पहचान की। मारने से पहले आतंकियों ने पहचान पत्र देखा जैसे ही पहचान पत्र पर आतंकियों ने हिंदू नाम देखा उन्हें गोली मार दी। इस घटना में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई है दोनों बाप बेटे थे। आतंकियों ने महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की। महिलाओं के बाल खींचे और उन्हें मारा मारने के बाद महिलाओं को कमरे में बंद कर दिया। फिर उनके सामने ही गोली चला दी।
वहीं लोगों का कहना है कि कश्मीर के बाद अब यहां भी टारगेट किलिंग शुरू हो गई है। साल 1990 से आतंकवाद ने जम्मू कश्मीर में पांव पसार रखा है लेकिन पहली बार इस गांव पर आतंकी हमला हुआ है। घटना के विरोध में आज सोमवार को राजौरी बंद का आह्वान किया गया है। बता दें कि हमले के बाद इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
अनिरुद्ध ईएमएस 02 जनवरी 2022