हरिद्वार | मायादेवी मंदिर में कुछ यूँ किया गया बीते साल को विदा
मायादेवी मंदिर में इस दौरान भजन संध्या का आयोजन किया गया और हनुमान चालीसा कर पुराने साल को अलविदा कहा गया।
मायादेवी मंदिर में इस दौरान भजन संध्या का आयोजन किया गया और हनुमान चालीसा कर पुराने साल को अलविदा कहा गया।
इसके तहत शहर भर की दीवारों और अन्य खाली स्थानों पर हिंदू धर्म से जुड़ी देवी-देवताओं की तस्वीरें और पौराणिक घटनाओं को दीवार पर चित्रकारी के माध्यम से उकेरा जा रहा है।
एप्प के जरिये कुम्भ मेले में आने वाली भीड़ की संख्या और अलग-अलग स्थानों पर कितनी भीड़ है इसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सरस्वती स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के ज्योतिषपीठ पर आसन्न होने के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में 50 कार्यक्रम आयोजित होने जा रहे हैं।
SSB और CISF की 07- 07 कम्पनी, ITBP की 06 कम्पनी, BSF और CRPF की 10- 10 कम्पनी कुंभ में तैनात होंगी।
न्यूज़ स्टूडियो विशेष | आस्था का कुम्भ – महाकुम्भ 2021 – क्यों हो रहा 11 वर्षों में?
विश्व प्रसिद्ध हर की पैड़ी पर 22 सालों से अधूरा पड़ा यह मंदिर शुरू से ही विवादों में घिरा रहा है।
फेस रिकग्निशन सिस्टम से उन चेहरों को आसानी से चिन्हित किया जा सकता है जो कुंभ में खलल डालने की मंशा से आएंगे।
कूड़ा डंपिंग जोन बन चुका हरिद्वार का रोड़ी बेलवाला क्षेत्र का सौंदर्यकरण भी कराया जा रहा है।
महाकुंभ शुरू होने में महज महीने भर का समय शेष है। ऐसे में मेला प्रशासन की तैयारियां भी अंतिम दौर में हैं।
योजना के अनुसार दीवार की सतह पर फूलदार पौधे लगाए जाएंगे और उसी स्थान पर पौधों की सिंचाई की भी व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना के मामले पौड़ी जिले में भी बढ़ने लगे हैं जिस में 40 लोग अब तक अपनी जान गँवा चुके हैं।