हरिद्वार | न्यूनतम मजदूरी भी नहीं पा रही भोजन माताएं, किया प्रदर्शन
प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी लगभग ₹8500 तय होने के बावजूद भोजन माताओं को मिलता है ₹2000 का ही मानदेय।
प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी लगभग ₹8500 तय होने के बावजूद भोजन माताओं को मिलता है ₹2000 का ही मानदेय।
हर बच्ची को डेढ़ किलो कम राशन दिया जाना कहीं न कहीं सवाल तो उठता ही है। ज़िम्मेदार पदों पर बैठे हुए लोगों को ज़िम्मेदारी का एहसास करना भी अब शायद एक ज़िम्मेदारी है।