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सतपाल महाराज समेत 22 कोरोना पॉजिटिव; दो बेटे और बहुएँ भी संक्रमित

शनिवार को सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत के पॉजिटिव आने के बाद अब सतपाल महाराज की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

ख़ास बात:

  • सतपाल महाराज समेत 22 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव
  • दो बेटे और बहुएं भी कोरोना संक्रमित
  • पत्नी अमृता रावत शनिवार को पायी गयीं थीं कोरोना संक्रमित
  • कर्मचारियों के सैंपल में 17 लोग पॉजीटिव
  • अमृता रावत एम्स में भर्ती
  • कोरोना के अभी नहीं कोई लक्षण अमृता रावत में: एम्स

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण अब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के घर में दस्तक दे चुका है। शनिवार को सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत के पॉजिटिव आने के बाद अब सतपाल महाराज की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

सतपाल महाराज समेत 22 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले शनिवार को उनकी पत्नी अमृता रावत कोरोना पॉजिटिव पाई गईं थी, जिसके बाद उनके सैंपल लिए गए थे।

रविवार को मिली रिपोर्ट में महाराज, उनके दो बेटे और बहुएं भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उनके एक बेटे की रिपोर्ट पर संशय होने पर सैंपल दोबारा लिया जा सकता।

वहीं कर्मचारियों के सैंपल में 17 लोग पॉजीटिव पाए गए हैं, जबकि बारह की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इनमें छह की जांच दोबारा की जाएगी।

पूर्व मंत्री अमृता रावत शनिवार को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उनको पूरे चेकअप के बाद एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया गया। अमृता रावत में कोरोना की पुष्टि एम्स के डीन यू बी मिश्रा ने की ओर बताया कि उनका टेस्ट दोबारा किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि उनमें अभी कोरोना के कोई लक्षण नही पाये गये है।

इसके साथ ही प्रदेश के स्वस्थ्य विभाग समेत प्रशासन में भी हडकंप मच गया है। जैसा की पूर्वानुमान था, कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी रिस्क में थे, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब मुमकिन है कि मंत्रिमंडल के कई सदस्यों को क्वारनटीन होना पड़े और उनकी कोरोना की जांच हो। ऐसा इसलिए क्योंकि, शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत महाराज भी मौजूद थे।

सूत्रों के अनुसार नैनीताल में 227 मामले पॉजिटिव आये हैं जिसके साथ ही प्रदेश में कोरोना की स्थिति और भी चिंताजनक हो गयी है।

गौरतलब है कि सतपाल महाराज शुरू से ही कोरोना को लेकर काफी जागरूक रहे और जब प्रदेश में जब कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था तो सतपाल महाराज ही एक मात्र ऐसे मंत्री थे, जो कैबिनेट में संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनकर गए थे।