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माँ गंगा के लिए किये प्राण न्योछावर – संत निगमानंद की नौवीं पुण्यतिथि

गँगा रक्षा के लिए अनशन कर अपने प्राण न्योछावर करने वाले संत निगमानंद की नौवीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

हरिद्वार: गँगा रक्षा के लिए अनशन कर अपने प्राण न्योछावर करने वाले संत निगमानंद की नौवीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

हरिद्वार के मातृ सदन आश्रम में संत निगमानंद के समाधी स्थल पर उनके गुरु स्वामी शिवानंद समेत कई गँगा प्रेमियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस दौरान स्वामी शिवानंद ने कहा कि निगमानंद द्वारा देखा गया गंगा स्वछता का सपना आज तक पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय संत निगमानंद को कहीं न्याय नहीं मिला लेकिन प्रकृति ने न्याय ज़रूर किया है और उनके तप की अवहेलना का परिणाम है कि पूरा देश कोरोना जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहा है।

वहीं स्वामी शिवानंद ने कुम्भ मेले को लेकर भी सवाल उठाये और कहा कि मातृ सदन ने लड़ाई लड़कर कुम्भ मेले के लिए वन माफियाओं से 1675 बीघा भूमि छुड़वाकर सरकार को दी। लेकिन कुम्भ मेले के नाम पर भी पैसो की बंदरबांट होने लगी इसलिए प्रकृति के आगे कुम्भ मेला भी संपन्न हो पाना संभव नहीं है।