September 4, 2025

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टेनिस को अलविदा कह रही सानिया

भारत की महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने संन्यास की धोषणा कर दी है। सानिया ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के महिला युगल के पहले दौर में हार के साथ ही अपनी संन्यास की योजना का खुलासा किया है। सानिया ने कहा कि साल 2022 उनका आखिरी सत्र होगा

फीचर | भारत की महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने संन्यास की धोषणा कर दी है। सानिया ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के महिला युगल के पहले दौर में हार के साथ ही अपनी संन्यास की योजना का खुलासा किया है। सानिया ने कहा कि साल 2022 उनका आखिरी सत्र होगा और वह वास्तव में उसे पूरा करना चाहती हैं। सानिया ने कहा, मैंने तय किया है कि यह मेरा अंतिम सत्र होगा। मैं इसे सप्ताह दर सप्ताह ले रही हूं, मुझे भरोसा नहीं है कि मैं इस सत्र तक रह सकती हूं, लेकिन मैं ऐसा करना चाहती हूं।
सानिया ने मैच के बाद कहा, संन्यास के लिए काफी सारे कारण हैं, शरीर पहले की तरह नहीं रहा है। मेरा बेटा भी अभी तीन साल का है और मैं इतनी ज्यादा यात्रा करके उसे खतरे में नहीं डालना चाहती हूं। मुझे बेटे का भी ध्यान रखना है।

सानिया ने साथ ही कहा, मेरा शरीर भी अब कमजोर हो रहा है। आज मेरे घुटने में काफी दर्द हो रहा है। मैं यह नहीं कह रही हूं कि इसके कारण ही हम हारे, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि मुझे उबरने में थोड़ा समय लग रहा है क्योंकि मेरी उम्र बढ़ रही हैं। सानिया ने साथ ही कहा कि मैं अभी भी सत्र में खेलना चाहती हूं क्योंकि मैं इसका भरपूर आनंद ले रही हूं। मैंने वापस आने, फिट होने, वजन कम करने और माताओं के लिए एक अच्छा उदाहरण स्थापित करने के लिए बहुत मेहनत की है।
सानिया और यूक्रेन की उनकी जोड़ीदार नादिया किचनोक को यहां स्लावानिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान की जोड़ी के हाथों महिता युगल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा हैं। सानिया और नादिया एक घंटे 37 मिनट में 4-6, 6-7(5) से हार गईं। सानिया अब मिश्रित युगल में उतरेंगी। इसमें सानिया ने अमेरिका के राजीव राम के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया साल 2003 से ही पेशेवर टेनिस खेल रही हैं। हैदराबाद शहर की निवासी सानिया को खेलते हुए 19 साल हो गए हैं। वह युगल में पूर्व नंबर 1 स्थान पर रही हैं। इसके साथ ही उसने अपने करियर में 6 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं।
सानिया ने अपने करियर के दौरान स्वेतलाना कुजनेत्सोवा, वेरा ज़्वोनारेवा, मैरियन बार्टोली, पूर्व विश्व नंबर 1 मार्टिना हिंगिस, दिनारा सफीना और विक्टोरिया अजारेन्का जैसी खिलाड़ियों को हराया है पर कलाई की एक बड़ी चोट के कारण उन्हें अपना एकल करियर छोड़ना पड़ा था। वह डब्ल्यूटीए खिताब जीतने वाली भारत की केवल दो महिला टेनिस खिलाड़ियों में से एक हैं और एकल रैंकिंग के शीर्ष 100 में पहुंचने वाली एकमात्र महिला हैं। एकल में वह साल 2007 के मध्य में दुनिया में रैंकिंग के मामले में 27वें नंबर पर थी।

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