आरओबी, आरयूबी स्वीकृति: लक्सर क्रासिंग को मिलेगी जाम से निजात
रिपोर्ट: अर्चना धींगरा
हरिद्वार | लक्सर में रेलवे क्रासिंग पर भारी यातायात के दबाव और बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए सरकार ने क्रॉसिंग ब्रिज और रेलवे अंडर ब्रिज को चिन्हित करते हुए बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। लेकिन बजट ना होने की वजह से आरओबी और आरयूबी का निर्माण नहीं हो पा रहा था।
लक्सर में लंबे समय से रेलवे क्रॉसिंग और ब्रिज की मांग स्थानीय लोगों द्वारा उठाई जा रही थी। इस परेशानी को देखते हुए हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने केंद्रीय परिवहन राज मार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा था जिसमें महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में भी रेलवे और केंद्रीय सड़क निधि के तहत आरओबी और आरयूबी निर्माण को स्वीकृति देने का अनुरोध किया था।
इसके जवाब में केंद्र सरकार ने केंद्रीय सड़क निधि के तहत 50% राशि देने पर सहमति जता दी है। जबकि 50% राशि रेलवे द्वारा दी जा रही है। जिसमें रेलवे विभाग द्वारा एक लाख वाहन गुजरने वाले क्रॉसिंग चिन्हित किए हैं।
लक्सर क्रॉसिंग पर भी क्रॉसिंग बंद होने से ग्रामीणों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही क्रासिंग पर आए दिन दुर्घटनाएं भी घट रही हैं। दोनों ही समस्याओं से निजात के लिए अब यह निर्णय लिया गया है जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के नौ रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी और आरयूबी निर्माण को बजट देने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार जताया है।
लक्सर से एथल के बीच एक, एक्कड़ गाँव से ज्वालापुर के बीच एक, हरिद्वार यार्ड में एक, मोतीचूर से रायवाला के बीच एक, डोईवाला से हर्रावाला के बीच तीन स्थानों पर, हर्रावाला से देहरादून के बीच दो रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी व आरयूबी के निर्माण को लेकर मंजूरी मिली है।