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रूस से एस-400 मिसाइल खरीद पर अमेरिका को भारत की दो टूक

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रूस से भारत के एस-400 हवाई रक्षा प्रणाली खरीदने पर उसे अमेरिका की ओर से प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।

नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की हमेशा स्वतंत्र विदेश नीति रही है जो इसकी रक्षा खरीद और आपूर्ति पर भी लागू होती है। मंत्रालय की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कुछ दिन पहले अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि रूस से भारत के एस-400 हवाई रक्षा प्रणाली खरीदने पर उसे अमेरिका की ओर से प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।

एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद के मुद्दे पर अमेरिकी कांग्रेस की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच समग्र वैश्विक रणनीतिक भागीदारी है। उन्होंने कहा, भारत की रूस के साथ एक विशेष और महत्वपूर्ण रणनीतिक भागीदारी है।

भारत ने हमेशा स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई है जो हमारी रक्षा खरीद और आपूर्ति पर भी लागू होती है और ये हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से निर्देशित हैं। इस बीच, कनाडा के नेता रामदीप बरार के दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन का कथित तौर पर समर्थन करते दिखने से संबंधित सवाल पर श्रीवास्तव ने कहा, हमने इन खबरों का संज्ञान लिया है और हम इन तथ्यों को देख रहे हैं।

नेपाल के राजनीतिक घटनाक्रम के मुद्दे पर श्रीवास्तव ने कहा कि यह नेपाल का आंतरिक मामला है और शुभचिंतक भारत शांति, समृद्धि तथा विकास के पथ पर आगे बढ़ने में नेपाली लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा। सोशल मीडिया पर किए जा रहे इस दावे के बारे में कि केंद्र ने पासपोर्टों से राष्ट्रीयता का कॉलम हटा दिया है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की बातें पूरी तरह गलत हैं।

सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में भारत के दो साल का कार्यकाल शुरू करने तथा तालिबान प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष बनने के मुद्दे पर श्रीवास्तव ने कहा कि नयी दिल्ली अपने कार्यकाल के दौरान अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा से संबंधित मुद्दों के समावेशी समाधान के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।