प्रधानपति की दबंगई पड़ी ठंडी, लिखित रूप से मांग ली माफ़ी
अपडेट: बीती शाम को जिला मुख्यालय पौड़ी में एक निजी चैनल के पत्रकार को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया था। आरोप था कि पौड़ी के सबदरखाल क्षेत्र के कुंडी गांव के प्रधान पति जसवीर ने एक निजी चैनल के पत्रकार के साथ फोन में गाली गलौज कर पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी।
मगर कल पत्रकारों का आक्रोश देखते हुए प्रधानपति ने मुख्यालय पहुँच कर लिखित में पत्र देकर पत्रकार से माफी मांगी और भविष्य में इस तरह की हरकत न करने की बात कही। लिखित में माफी मांगने के बाद पत्रकारों का आक्रोश शांत हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी पौड़ी ओर एसएसपी पौड़ी ने पहले ही कार्यवाही करने की बात कह दी थी, मगर आरोपी द्वारा लिखित में माफी मांगने के बाद मामला शांत हो गया।
जानें क्या था मामला:
पौड़ी: महिला सीट पर होती हैं एक प्रधान, और एक होते हैं उनके पति – जो कहलाते हैं प्रधान-पति। अपनी पत्नी को प्रधानी के काम संभालने देने के बजाय ये प्रधान-पति प्रधान के पद का इस्तेमाल यूँ करते हैं मानिए वे ही सदियों से इस पद के अधिकारी थे। और ऐसे में आम जनता प्रधान पति को ही प्रधान समझ अपना दुखड़ा रोती है।
लेकिन क्या हो कि अगर ये प्रधान न होते हुए प्रधान पति, अपनी पत्नी के पद का कार्यभार संभालते हुए आम जनता के साथ बदसलूकी पर उतर आयें तो?
मामला जिला मुख्यालय पौड़ी का है जहाँ एक प्रधान पति ने एक निजी चैनल के पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे डाली। आरोप है कि पौड़ी के सबदरखाल क्षेत्र के कुंडी गांव के प्रधान पति जसवीर ने एक निजी चैनल के पत्रकार के साथ फोन में गाली गलौज कर पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी।
पत्रकार का कसूर केवल इतना था कि पत्रकार ने प्रधान पति को यह सूचना देने के लिए फोन किया कि उनके गांव की एक महिला क्वारंटीन सेंटर में बेसुध पड़ी हुई है। पत्रकार के बस इतना कहने भर से प्रधान पति आग बबूला हो गया और निजी चैनल के पत्रकार को अपशब्द के साथ उसके साथ गाली-गलौज करने लगा।
पत्रकार ने बताया कि प्रधान पति इतने में ही नहीं रुका और कहने लगा की वह पत्रकार को जिला पंचायत पौड़ी में आकर जान से मार देगा। निजी चैनल के पत्रकार के साथ हुई इस घटना से पौड़ी के सभी पत्रकार बंधुओं में आक्रोश है, पत्रकार बंधुओं का एक प्रतिनिधि मण्डल एसएसपी पौड़ी को ज्ञापन देने के लिए उनके घर पहुंचा है।
सुनिए फ़ोन कॉल:
पत्रकारों ने मांग की है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधान पति पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। यह पहला मामला नहीं है जहां पर पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी गई है इससे पहले भी बहुत बार पत्रकारों को जान से मारने की धमकियां दी जा चुकी है। अब देखना होगा की पुलिस और प्रशासन द्वारा इस गंभीर मसले में किस तरह की कार्यवाही की जाती है।