January 19, 2025

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Uttarakhand Nikay Chunav में जोर पकड़ा प्रदूषण का मुद्दा, BJP-कांग्रेस ने दून में हर‍ियाली बढ़ाने का किया वादा

देश के बड़े महानगरों की राह पर अग्रसर दून अपनी मूल पहचान खोता जा रहा है। कभी हरियाली के लिए मशहूर दून की आबोहवा में साल-दर साल जहर घुल रहा है। बढ़ती आबादी के साथ अंधाधुंध निर्माण और वाहन की रेलमपेल ने प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा दिया है। इसके अलावा उद्योगों का विस्तार पर्यावरणीय चुनौती बढ़ा रहे हैं।
दून का मूल स्वरूप लौटाने के लिए राजनीतिक दल भी जिम्मेदार हैं। शहर की सरकार यानी क‍ि नगर निगम में बोर्ड बनाने वाली राजनीतिक दल को दून हवा की सेहत सुधारने का अनियंत्रित विकास के साथ ही दून में हरियाली भी घट रही है। ऐसे में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। विभिन्न स्रोतों से निकलने वाले प्रदूषक कण पदार्थ अब ज्यादा समय तक हवा में तैरते रहते हैं।

लगातार बढ़ रहा प्रदूषण
खासकर ग्रीष्म और शीत के चरम पर रहने पर वायु प्रदूषण का स्तर भी शीर्ष पर पहुंच जाता है। भले ही केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु प्रोग्राम के तहत दून में भी आबोहवा को दूषित होने से बचाने के प्रयास किए तो जा रहे हैं, लेकिन फिलहाल यह नाकाफी साबित हो रहे हैं। दून में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण वाहनों के धुएं और खुले में उड़ रही धूल-मिट्टी से ही होता है।

पीएम-2.5 स्वास्थ्य के लिए ज्यादा घातक
पीएम-10 और पीएम-2.5 अलग-अलग उत्सर्जन स्रोतों से निकलते हैं और इनकी रासायनिक संरचना भी अलग होती है। गैसोलीन, तेल, डीजल ईंधन या लकड़ी के दहन से निकलने वाले उत्सर्जन से बनने वाले कण पदार्थ पीएम-2.5 की श्रेणी में आते हैं। वहीं, पीएम-10 में निर्माण स्थलों, लैंडफिल और कृषि, जंगल की आग और कूड़ा जलाने, औद्योगिक स्रोतों, खुले क्षेत्र व सड़कों से हवा में उड़ने वाली धूल, पराग आदि शामिल होते हैं।
भाजपा-कांग्रेस ने दून को हरा-भरा बनाने का किया वादा
इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों की पार्टियों के महापौर प्रत्याशियों ने शहर को हरा-भरा बनाने और प्रदूषण की रोकथाम को उपाय करने की बात कही है। भाजपा प्रत्याशी सौरभ थपलियाल के घोषणा पत्र में हर वार्ड को ग्रीन वार्ड बनाने, पार्कों को विकसित करने, हरियाली सड़क अभियान आदि चलाने की बात कही गई है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल पहले दिन से ही दून में हर वर्ष ढाई लाख पौधे रोपने की बात कह रहे हैं। उन्होंने दून को हराभरा बनाने के लिए अपनी योजना बताई है।