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भगवानपुर: कुछ यूँ उड़ाई जाती हैं धज्जियाँ सोशल डिस्टेंसिंग की

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मामला भगवानपुर तहसील में दुकानों, बैंकों व सामुदायिक स्वास्थ्य उप केंद्र पर लगी लम्बी लम्बी लाइनों का है, जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग का कानून दूर तक नजर नहीं आता।

ख़ास बात: 

  • लेागों ने नहीं पहने हैं मास्क
  • ज़िलाधिकारी ने झाड़ा अपना पल्ला
  • सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही सरेआम धज्जियां
  • जागरूकता का नहीं हो रहा है लोगों पर कोई असर

भगवानपुर: जहाँ एक तरफ पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, और सरकार व स्वास्थ्य कर्मचारी रात दिन मेहनत करके दुनिया को जागरुक करते नजर आ रहे हैं, कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घर से न निकलें। लेकिन अगर देखा जाये तो इन प्रयासों का जनता पर कोई ख़ासा असर नहीं दिख रहा है।

दअरसल पूरा मामला भगवानपुर तहसील में दुकानों, बैंकों व सामुदायिक स्वास्थ्य उप केंद्र पर लगी लम्बी लम्बी लाइनों का है, जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग का कानून दूर दूर तक नजर नहीं आता। जब स्वास्थ्य विभाग के सामने ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है, तो आम नागरिकों से क्या उम्मीद की जा सकती है। आखिरकार क्यों नही दे रहा  भगवानपुर प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान? क्या किसी बड़ी घटना का प्रशासन इंतजार कर रहा है?

आप तस्वीरों में साफ तौर पर देख सकते है कि किस प्रकार भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में लगी लम्बी-लम्बी कतार कोरोना वायरस की घातक बीमारी को दस्तक दे सकती है। आखिर स्वास्थ्य विभाग कुम्भकरणी नींद से क्यों नहीं जाग रहा। क्या सामुदायिक स्वास्थ्य उपकेंद्र किसी बड़ी घटना का इन्तज़ार कर रहा है? वहीं अगर बात भगवानपुर तहसील परिसर के सामने की की जाये तो तहसील परिसर के सामने ज़िला सहकारी बैंक पर हर रोज़ लम्बी-लम्बी कतारे लगती हैं और दुकानों पर भी जबरदस्त भीड़ लगी रहती है।

वहीं जब इस बाबत उपज़िलाधिकारी सन्तोष कुमार पांडेय से बात की गई तो उनका कहना था कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उसके बावजूद अगर कोई इस का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। अब देखने वाली बात ये है कि क्या प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग के मामले को गंभिरता से लेता है या नहीं, तस्वीरों में तो साफ दिख रहा है कि प्रशासन कितना गंभीर है।